विधायक की तहरीर पर तथाकथित भाजपाई और यू-ट्यूबर नामजद
विधायक द्वारा 23 लाख रुपये लेने संबंधी चलाई गई थी खबर, दीनानाथ भाष्कर ने खंडन करते हुए दर्ज कराई आपत्ति, जांच की मांग
भदोही (विष्णु दुबे). औराई से विधायक दीनानाथ भाष्कर ने विनीत जायसवाल पुत्र राजू जायसवाल (स्टेशन रोड भदोही) और यू-ट्यूबर विपुल पांडेय पुत्र अज्ञात (निवासी गोपीगंज) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। विधायक की तहरीर पर औराई पुलिस ने धारा 500, 501, 502, 120-बी, 66, 3(1)(द), 3(1)(घ) के तहत केस दर्ज किया है। विधायक ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
दरअसल, यह पूरा मामला 23 लाख रुपये के लेनदेन से संबंधित बताया जा रहा है और यू-ट्यूबर ने बिना पड़ताल के इससे संबंधित खबर चलाई है। पुलिस को दी गई तहरीर में विधायक ने बताया कि यू-ट्यूब पर चलाई गई खबर में मुझ पर आरोप लगाया गया है कि 29 मई, 2023 को मेरे आवास (त्रिलोकपुर) पर 23 लाख रुपये दिया गया। उस दौरान का एक आडियो भी वायरल किया जा रहा है।
विधायक ने अपनी तहरीर में बताया कि जिस विनीत के द्वारा मुझे रुपये देने की बात कही जा रही है, मैं उसे जानता ही नहीं। विधायक ने तहरीर में बताया कि 12 अप्रैल, 2023 को मेरे निजी कार्यालय त्रिलोकपुर में रवींद्रनाथ त्रिपाठी मिलने आए थे। उस समय पूर्व जिलाध्यक्ष हौसिला पाठक, संतोष तिवारी, विनय चौरसिया, आशीष दुबे आदि भी उपस्थित थे। इसी दौरान पूर्व विधायक रवींद्र त्रिपाठी के द्वारा विनीत जायसवाल उर्फ राजू जायसवाल को बुलाया गया, वह एक गाड़ी से आया था।
उसके साथ में एक झोला था। वह नगर पालिका परिषद भदोही से चेयरमैन पद के लिए अपनी पत्नी की पैरवी करने के लिए कह रहा था। इस पर मैने पैरवी करने से इंकार करते हुए झोला लेकर निकल जाने को कहा। इसके बाद विनीत जायसवाल और रवींद्रनाथ त्रिपाठई मेरे कार्यालय से चले गए। इसकी सीसीटीवी फुटेज मेरे कार्यालय में लगे कैमरे में रिकार्ड है। जिसे निकलवाकर देखा जा सकता है।
मेरे ऊपर 23 लाख रुपये लेने के लेकर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है और मेरी छवि को खराब किया जा रहा है। विधायक ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
सामने आ जाएगा किसने रची साजिश: दीनानाथ
इसी साल की पहली छमाही में हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान भाजपा के टिकट के बदले 23 लाख रुपये के बहुचर्चित प्रकरण के मामले में औराई से भाजपा विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री दीनानाथ भाष्कर का कहना है यह तहरीर नगर निकाय चुनाव के दौरान ही दी गई थी। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। इसके बाद औराई थाने में यह मुकदमा दर्ज हुआ है। साजिश के सवाल पर भाजपा विधायक का कहना है कि मुकदमा दर्ज हो चुका है। छानबीन में यह बात सामने आ जाएगी कि इन सबके पीछे किसने साजिश रची थी।