टीएमयू में बिखरे हिंदुस्तानी संस्कृति के बहुरंग, खिलखिला उठा आडिटोरियम
सांस्कृतिक महोत्सव में केरल, आंध्र, तेलंगाना, असम, अरुणाचल सरीखे सूबों की संस्कृति के रंग के संग-संग स्वर लहरी
मुरादाबाद. तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस की ओर से कल्चरल फेस्ट में स्टुडेंट्स ने हिंदुस्तानी संस्कृति को जीवंत कर दिया। महोत्सव में केरल, आंध्र, तेलंगाना, बिहार, असम, अरुणाचल, बंगाल, उत्तराखंड आदि राज्यों की विभिन्न संस्कृति के रंगों की प्रस्तुति अविस्मरणीय रही।
फेस्ट के दौरान ऑडिटोरियम अभिनय, गीत-संगीत, नृत्य से सराबोर रहा। इससे पूर्व मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक महोत्सव का ऑडी में शुभारंभ हुआ। वीसी प्रो. वीके जैन बतौर मुख्य अतिथि, एग्रीक्लचर के डीन प्रो. पीके जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।
केरल के छात्रों- अजमी, शिवा, श्रीदेवी, वर्षा, आदित्या, अनश्वरा, अर्चना ने अच्युतन कोचुमुकिल वर्नान गीत पर कैकोट्टूकली नृत्य से फेस्ट का शंखनाद किया। स्टुडेंट्स अश्वनी शर्मा, निशांत शेखर और आयुष मिश्र ने मुस्कुराने की वजह तुम हो… की प्रस्तुति से मन प्रफुल्लित कर दिया।
तेलगू गीत- पेढ़ा पुली…पर एन. लक्ष्मी और आर. विजय के डांस ने न केवल तालियां बटोरीं, बल्कि दक्षिण भारत की संस्कृति के दर्शन भी कराए। छात्राओं अनुष्का, श्रेया, श्रुति, अंकिता, निकिता की टोली ने मेरे डोलना गीत… पर भारतीय शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति से खूब वाहवाही लूटी। स्टुडेंट्स अमृत अरोरा और प्रतिचि ने शिव तांडव की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिमय कर दिया।
छात्रा शिवानी, अंकिता, शुब्रा, श्रुति ने गरबा पर जोरदार प्रस्तुति दी। वैष्णवी तोमर, कोमल कुमारी, अदिति झा, आकांक्षा, प्रतिभा, स्नेहा श्रीवास्तव, राधिका ने ओल्हा मेई पटोला.. पर हरियाणवी नृत्य प्रस्तुति करके मेहमानों और साथी छात्रों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बिहार के स्टुडेंट्स- विश्वजीत कुमार, दर्शन जैन, विकास पांडेय, मनीष कुमार, सिमरन सिंह, गौरव सिंह, अनुश्री, आशी, प्रतिचि, अश्वनी, अनन्या, अनुप्रेक्षा, कनक, आर्यन आदि ने जानी ना छठ के त्यौहार…, कांच ही बांस के बहंगिया… पर बिहार की संस्कृति और छठ के महत्व को संजीदगी से प्रस्तुत किया।
इस प्रस्तुति से घर से दूर रह रहे लोग अपने घर, गांव और शहर की यादों में खोए नज़र आए। सुजल सरकार, प्रियंका कोरंगा, हीया दास, पलक पाल, तादर जिनम ने रूपसा रमोती.. पर कुमाऊँनी नृत्य के जरिए उत्तराखंड कल्चर की याद दिलाई। सांस्कृतिक समारोह में फैकल्टीज़- डा. गणेश दत्त भट्ट, डा. महेश सिंह, डा. चारु बिष्ट, डा. अनिल कुमार चौधरी, डा. सच्चिदानंद, डा. नेहा, कुसुम फर्सवान, डा. मनदीप रावत के संग-संग कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन स्टुडेंट्स- उत्कर्ष राज, कनक कुमारी, नंदना टी. प्रसाद और हर्ष चौधरी ने किया।