भदोही (संजय सिंह). मंगलवार को देश के पूर्व राष्ट्रपति व मिसाइल मैन के नाम से विख्यात डा. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई। सपा कार्यालय ज्ञानपुर में आयोजित कार्यक्रम में कलाम के चित्रपर पुष्पअर्पित करते हुए उनके योगदान को याद किया गया।
जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा, मिसाइल मैन के नाम से मशहूर डा. अबुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam), जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते थे, भारत उनका सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने ही भारत को परमाणु संपन्न देश बनाने में अहम भूमिका निभाई।
भारत के 11वें राष्ट्रपति एपीजे कलाम जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहे जैसी भी परिस्थितियां क्यों न हों, पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं, तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
उन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे।
उन्हें बैलिस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई।
कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये।
संचालन जिला उपाध्यक्ष कल्लन यादव ने किया। इस मौके पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद, अंजनी सरोज, संतोष यादव, लालचंद्र बिंद, रीता वर्मा, बाबा खलीफा, गुलाब राइन, माया प्रजापति, भीम कनौजिया, गुलाब पाल, अजय यादव, संदीप यादव, धर्मेन्द्र कुमार मिश्र आदि मौजूद रहे।
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