ताइवान के समुद्री क्षेत्र में घुसे चीनी सेना के 43 लड़ाकू विमान
नई दिल्ली (the live ink desk). ताइवान (Taiwan) के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि बीते 24 घंटों में चीन के 43 लड़ाकू विमानों (Fighter Jets) ने ताइवान (Taiwan) के समुद्र क्षेत्र का उल्लंघन किया है। चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान की खाड़ी को दो भागों में बांटने वाली काल्पनिक रेखा मीडियन लाइन को पार किया है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस मसले को लेकर ट्वीट भी किया है। जिसमें बताया है कि चीन ने आधा दर्जन एसयू-30, परमाणु हमला करने में सक्षम एच-6 बाम्बर और ड्रोन का बेड़ा शामिल था। ताइवान ने इसे सबसे बड़ी घुसपैठ करार दिया है।
इस बारे में चीन की ओर से दिए गए एक बयान में कहा गया है कि उसने बीते रविवार ताइवान (Taiwan) के समुद्री क्षेत्र और हवाई क्षेत्र के आसपास स्ट्राइक ड्रिल्स का आयोजन किया। इस बारे में चीन ने कहा है कि उसने यह स्ट्राइक ड्रिल्स इसलिए आयोजित की है, क्योंकि ताइवान व अमेरिका ने भड़काऊ कदम उठाए थे। यह ड्रिल उसी का जवाब है।
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बता दें कि चीन ताइवान को अपना भूभाग समझता है, जबकि ताइवान इसे खारिज करता आ रहा है। इस बारे में ताइवान की सरकार ने कहा है कि चीन इस ड्रिल के जरिए क्षेत्रीय शांति को भंग कर ताइवान की जनता को डराना चाहता है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा है कि उसके आसपास चीनी नौसेना के सात जहाज भी देखे गए हैं। फिलहाल कुल मिलाकर इस चीन युद्धाभ्यास में 71 चीनी लड़ाकू विमानों ने भाग लिया था।
ताइवान की ओर से यह भी कहा गया है कि चीनी विमानों के नजर में आने के बाद उसने चेतावनी भी दी और अपने लड़ाकू विमानों को एकदम तैयार रखा था। कुल मिलाकर चीन ने ताइवान पर अपना शासन स्वीकार करने के लिए दबाव बनाना जारी रखा है। जो बीते कई सालों से लगातार जारी है। वहीं ताइवान हमेशा से यह कहता आ रहा है कि वह जरूरत पड़ने पर अपनी आत्मरक्षा के लिए युद्ध करने के लिए भी पूरी तरह तैयार है।