चेन्नई में हुई हत्या का तीन साल बाद खुलासाः अवैध संबंध में पति ने ही किया था कत्ल
कुकर से हत्या के बाद गहरी झील में फेंका था शव, भदोही पुलिस ने जुटाए साक्ष्य
पत्नी हंता गिरफ्तार, आरोपी की निशानदेही पर संदिग्ध ब्लड स्वैब व बाइक बरामद
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). चेन्नई में तीन वर्ष पूर्व हुई विवाहिता की हत्या का भदोही पुलिस ने खुलासा किया है। इस हत्या को पति ने ही अंजाम दिया था। हत्या के पीछे अवैध संबंधों को कारण बताया जा रहा है। पुलिस ने मृतका का रक्त नमूना और घटना में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है। हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीन वर्ष पूर्व हुई घटना में पत्नीहंता ने पत्नी की गुमशुदगी भी चेन्नई में दर्ज करवाई थी, लेकिन उसकी साजिश पर भदोही पुलिस भारी पड़ गई।
जानकारी के मुताबिक जनपद के सिखड़ी, परगासपुर की रहने वाली संध्या देवी पत्नी नागेंद्र तिवारी ने गोपीगंज पुलिस को तहरीर देकर अपनी बेटी रुचि पांडेय (27) पत्नी जिलाजीत उर्फ रिंकू की हत्या की आशंका जाहिर की थी। आरोपित किया था कि रुचि की हत्या उसके पति जिलाजीत पुत्र ज्ञानशंकर पांडेय आदि ने करके शव को छिपा दिया है। तहरीर के आधार पर गोपीगंज पुलिस ने धारा 302,201 का केस दर्ज कर जांच शुरू की।
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एसपी के निर्देश पर थाना गोपीगंज व प्रभारी फील्ड यूनिट की संयुक्त टीम द्वारा M-3 पुज्जहल (पुणे कैंप) चेन्नई पहुंचकर वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित कर घटना का सफल अनावरण किया है और हत्या के आरोपी अभियुक्त जिलाजीत उर्फ रिंकू पुत्र ज्ञानशंकर पांडेय (निवासी भिदिउरा, गोपीगंज) को गिरफ्तार किया है। पत्नीहंता जिताजीत की निशानदेही पर मृतका का संदिग्ध ब्लड स्वैब और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
गोपीगंज प्रभारी सदानंद सिंह ने बताया कि यह मामला तीन साल पुराना होने के नाते जांच में काफी कठिनाइयोंका सामना करना पड़ा। पूछताछ में हत्यारे पति ने बताया कि वह पत्नी रुचि पांडेय को वर्ष 2019 में अपने साथ चेन्नई ले गया था। जहां वह किराये पर रहता था और ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। अभियुक्त ने बताया कि इसी दौरान पत्नी (मृतका) का एक लड़के के साथ अवैध संबंध होने की आशंका हुई। इसे लेकर हुए विवाद में उसने कुकर के द्वारा रुचि पांडेय के सिर पर प्रहार करदिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद उसने शव को बोरे में भरकर स्थानीय एक गहरी झील में फेंक दिया और बाइक व अन्य सामान अपने निजी मकान पर रखकर भदोही आ गया। इस दौरान उसने घटना में इस्तेमाल कुकर को कबाड़ी को बेच दिया। इसके बाद उसने इसकी जानकारी मृतका के मायकेपक्ष को दी और विश्वास में लेने के बाद चेन्नई में रुचि पांडेय की गुमशुदगी भी दर्ज करवाई। इस खुलासे में इंस्पेक्टर क्राइम गयाप्रसाद शुक्ल, कांस्टेबल जयप्रकाश मौर्य, रवि कुमार का भी सहयोग रहा।