फोटो में जो दोनों जमीन पर बैठे दिख रहे हैं, 12 घंटा पहले ‘ड्रग इंस्पेक्टर’ थे!
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जिले के ऊंज थाने की पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को ड्रग इंस्पेक्टर (drug inspectors) बताते हुए मेडिकल स्टोर संचालकों से धनउगाही किया करते थे। इनके कब्जे से पुलिस पी-कैप, फर्जी स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट व पुलिस लिखा नेम प्लेट, सीएमओ प्रयागराज सहित अन्य अस्पतालों की फर्जी मुहर और एक कार बरामद हुई है।
दोनों जालसाज कार मेंआगे की तरफ स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट व पुलिस की फर्जी नेमप्लेट लगाकर मेडिकल स्टोर संचालकों को गुमराह करते और लाइसेंस चेक करने के नाम पर वसूली करते आ रहे थे। इसी तरह के एक मामले की शिकायत मिलने पर ऊंज पुलिस ने महज 12 घंटे में दोनों को धर दबोचा। दोनों का आपराधिक ट्रैक खंगाला जा रहा है।
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ऊंज थाने के प्रभारी निरीक्षक छोटक यादव ने बताया कि दो युवकों के द्वारा फर्जीवाड़ा कर मेडिकल स्टोर संचालकों से लाइसेंस चेक करने के नाम पर वसूली करने की शिकायत प्राप्त हुई। मामले में धारा-419, 420, 467, 468, 471, 472, 482, 170 का केस दर्ज कर जांच शुरू की गई और थाने की पुलिस टीम के द्वारा शिकायत मिलने के महज 12 घंटे में दो फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीती रात गिरफ्तार करने के बाद दोनों की तलाशी ली गई और पूछताछ की गई। दोनों के कब्जे से पुलिस पी-कैप, स्वास्थ्य मजिस्ट्रेट की फर्जी नेम प्लेट समेत पांच मुहर, 2100 रुपये नगद व एक कार बरामद हुई है।
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पूछताछ में दोनों ने बताया कि यह लोग drug inspectors बनकर मेडिकल स्टोर संचालकों का लाइसेंस देखने के नाम पर धनउगाही करते थे। गिरफ्त में आए जालसाज ज्ञान सिंह मौर्य पुत्र कैलाश नाथ मौर्य (सवइया, किसनदासपुर, मीरगंज, जौनपुर, हालपता- निर्मल कुंज शांतिपुरम, फाफामऊ, प्रयागराज) और संजीव कुमार गुप्ता पुत्र बंशीलाल गुप्ता (चौकीकला, मीरगंज, जौनपुर, हालपता बी-85 चंदन निवास, शांतिपुरम फाफामऊ, प्रयागराज) का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। दोनों के कब्जे से कार व नगदी को मिलाकर कुल 12 लाख की बरामदगी हुई है। इस पूरे आपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में दरोगा गुरु ज्ञानचंद पटेल, अखिलेश्वर सिंह, शमशाद खां, कांस्टेबल विशाल सिंह और शिवम सोनी भी शामिल रहे।