कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा- लोकतंत्र में पुलिस जनता की सेवक होती है, उसका मालिक बनना लोकतंत्र के लिए खतरा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इलाहाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह ने मतदान के दिन हुई घटना का जिक्र करते हुए यूपी पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाया है। उज्ज्वल रमण सिंह का कहना है कि आज की पुलिस अंग्रेजों के जमाने जैसा बर्ताव करने लगी हैं, जैसे अंग्रेजी शासन में नारे लगाने पर पाबंदी थी। उसी तरह का मामला करेली थाने पर देखने को मिला।
उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह को करेली थाने पर तीन घंटे रखने के बाद जब पुलिस ने उन्हे छोड़ा तो उनके थाने से बाहर आते ही थाने केबाहर मौजूद कार्य़कर्ताओं, समर्थकों ने जिंदाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिया।
नारेबाजी करने वालों में अधिवक्ता रेहान अहमद भी शामिल थे, जिनको पुलिस घसीटकर थाने ले गई और रातभर नहीं छोड़ा। इस दौरान रेहान अहमद की थाने में पिटाई की गई। दूसरे दिन न्यायालय से जमानत पर रेहान को छोड़ा गया।
कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि रेहान अहमद का गुनाह क्या था। वह पढ़ा लिखा अधिवक्ता है, उसका गुनाह सिर्फ इतना है था। या फिर वह अपने नेता के जिंदाबाद का नारा लगा रहा था, यह गुहान था।
पूर्व मंत्री उज्जवल रमण सिंह ने बताया कि कुंवर रेवती रमण सिंह की गिरफ्तारी की सूचना पाकर सपा नेता हरिओम साहू भी करेली थाने पहुंचे और सिर्फ इतना बोला कि किस वजह से ‘कुंवर साहब’ को थाने लाए हैं, इतने में ही एसीपी बैरहना पुष्कर वर्मा ने कई थप्पड़ रसीद कर दिया। कहा कि आज की पुलिस बेलगाम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पुलिस जनता की सेवक होती हैं आज वो मालिक बन रही है, यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।