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बिन बरसात बढ़ रहा गंगा-यमुना में पानी, सैलाब देखने को हो जाइए तैयार

प्रयागराज/लखनऊ (आलोक गुप्ता). उत्तर भारत के कई राज्यों में हो रही मूसलाधार बरसात का असर यूपी के मैदानी भागों से गुजरने वाली नदियों पर दिखने लगा है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आए सैलाब से गंगा नदी का जलस्तर भी ऊपर की तरफ खिसक रहा है तो दूसरी तरफ राजस्थान, दिल्ली में हुई बरसात का पानी सहायक नदियों के रास्ते यमुना नदी में पहुंच रहा है। हथिनीकुंड बैराज से भी 45 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा-यमुना की तलहटी डूब रही है। आने वाले दिनों में जलस्तर के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।

बिना बरसात के ही प्रयागराज में गंगा और यमुना के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है। बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान गंगा के फाफामऊ में 24 सेंटीमीटर (बढ़कर 77.58 मीटर) की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जबकि यमुना नदी का जलस्तर 28 सेमी (बढ़कर 74.59 मीटर) बढ़ा है। इसके आगे छतनाग में गंगा का जलस्तर 29 सेंटीमीटर बढ़कर 74.16 मीटर हो गया है। वैसे तो पानी के घटने-बढ़ने का क्रम पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से चल रहा है, लेकिन बीते मंगलवार से इसमें अनवरत बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।

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मंगलवार को नरौरा से 46 हजार क्यूसेक, बिजनौर से एक लाख क्यूसेक और हरिद्वार से लगभग एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो धीरे-धीरे मैदानी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। इस वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में बाढ़ जैसा संकट उत्पन्न हो गया है। यहां पर गंगा नदी खतरे के निशान को पर कर गई हैं। बदाऊं के गंगा तट वाले कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चूंकि, अभी पीछे सेपानी के आने का क्रम बना हुआ है, इस वजह से गंगा का पानी भारी तबाही मचा सकता है।

तो दूसरी तरफ पश्चिमी यूपी के ही बागपत जिले में यमुना का पानी नदी की तलहटी को क्रास करते हुए आबादी के बीच दाखिल हो गया है। दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद के सिंगुरपुर में बांध टूटने के बाद बुधवार को बागपत जिले के सांकरौद व गढ़ी के बीच बांध क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर सिंचाई विभाग के साथ एनडीआरएफ की टीम मौके पर भेजी गई है।

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बागपत प्रशासन का कहना है कि हथिनीकुंड बैराज से और अधिक पानी छोड़े जाने के कारण शाम या रात तक यहां जलस्तर और बढ़ सकता है। यमुना नदी के पानी से जिले का अल्लीपुर बांध भी किसी भी समय जवाब दे सकता है। हालांकि जिलाधिकारी के निर्देश पर विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर नजर बनाए हुए हैं और एहतियाती कदम उठा रहे हैं। बागपत में यमुना नदी में आई बाढ़ से एक बडे भूभाग पर की गई खेती भी जलमग्न हो गई है। इसके अलावा पश्चिम यूपी के सहारनपुर, मेरठ समेत कई अन्य जनपदों में भी गंगा और यमुना का पानी लगातार बढ़ रहा है।

 

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