अवध

फाल आर्मीवर्म से ऐसे करें फसल की सुरक्षा, डिप्टी डायरेक्टर एजी को मिलाएं फोन

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इस समय खेतों में धानी हरियाली से धरा का अद्भुत श्रृंगार हो चुका है। सांझ के समय खेतों के बगल से गुजरते हुए धान अर्थात चावल की खुशबू आने लगती है। इस समय धान के साथ-साथ मक्का की फसल को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। डिप्टी डायरेक्टर (कृषि) गोपालदास गुप्ता ने ने बताया कि मक्का की फसल में फाल आर्मीवर्म (fall armyworm) एवं धान के तना बेधक कीट (stem borer) से बचाव के लिए किसानों को सजग रहना होगा।

गोपालदास गुप्ता ने बताया कि फाल आर्मीवर्म (fall armyworm) की मादा कीट प्रायः पत्तियों की निचली सतह पर, कभी-कभी पत्तियों की ऊपरी सतह व तने पर हल्के पीले व भूरे रंग के अंडे देती है। कीट की प्रथम अवस्था सूंड़ी (लार्वा) सर्वाधिक हानिकारक होती है। यह धूसर रंग की होती है, इसके पार्श्व में पतली तीन सफेद धारियां व सिर पर उल्टा अंग्रेजी का अक्षर वाई दिखता है। यह कीट मक्का के पत्तियों के साथ-साथ बाली एवं दानों को भी प्रभावित करता है।

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फाल आर्मीवर्म (fall armyworm) के नियंत्रण के लिए आवयश्क है कि इसके अंडे इकट्ठा करके नष्ट कर देना चाहिए। यांत्रिकी विधि के तौर पर 7 से 8 लाइट ट्रैप या 14 से 15 बर्ड पर्चर या 35 से 40 फेरोमोन ट्रैप प्रति हेक्टेयर लगाना चाहिए। नीम आयल की 2.5 लीटर या क्यूनालफास 20 ईसी की 1.5 लीटर या इमामेक्टिन बेनजोएट की 250 से 350 ग्राम मात्रा को 500 से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिडकाव करना चाहिए। इसके अलावा कार्बोफ्यूरान 3जी की 20 से 25 किलोग्राम मात्रा का प्रति हेक्टेयर प्रयोग करना चाहिए।

धान का तना बेधकः इसकी मादा कीट पत्तियों पर समूह में अंडे देती है। stem borer के अंडों से सूंड़ियां (लार्वा) निकलकर मुख्य तने के अंदर प्रवेश कर गूदा खाकर क्षति पहुंचाती हैं, जिससे मृतगोभ बनता है। यानि कि मुख्य तना सूख जाता है व बाली सफेद रंग की हो जाती है।

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तना बेधक (stem borer) के नियंत्रण के लिए दानेदार रसायन में कार्बोफ्यूरान 3, कारटाप हाईड्रोक्लोराइड 4जी में से किसी एक रसायन की 18 से 20 किलोग्राम मात्रा को प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना चाहिए। या फिर क्लोरपायरीफास 20 प्रतिशत ईसी अथवा क्यूनालफास 25 प्रतिशत ईसी में से किसी एक रसायन को 1.5 लीटर मात्रा में 500 से 600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर छिडकाव करना चाहिए। किसान भाई फसल सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए विभाग के व्हाट्सप नंबर 9452247111 व 9452257111 या फिर उप कृषि निदेशक के मोबाइल 9415592498 पर संपर्क कर सकते हैं।

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