ठंड ने ली परदेशी की जान, पांच साल के मासूम ने दी मुखाग्नि
महेश कुमार यादव की मौत से अनाथ हो गए तीन मासूम बच्चे
पत्नी अनीसा का रो-रोकर बुरा हाल, मुंबई से लौटते समय लगी ठंड
भदोही (अनंत गुप्ता). मुंबई से घर (भदोही) लौटते समय एक परदेशी ठंड की चपेट में आकर काल कवलित हो गया। इस मौत ने न सिर्फ एक हंसते-खेलते परिवार का सहारा छीन लिया, बल्कि तीन मासूम बच्चों के सिर से पिता का सहारा भी छिन गया। सोमवार को पांच वर्षीय बेटे ने जब पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। यह मामला जनपद के चौरी थाना क्षेत्र के पचपटिया का है।
जानकारी के मुताबिक पचपटिया का रहने वाला महेश कुमार यादव (35) पुत्र स्व. अमरनाथ यादव, मुंबई में रहकर आटो चलाता था। शनिवार की रात वह मुंबई से अपने घर लौटा था। बताया जाता है कि रात में ही उसकी तबियत खराब हो गई। पेट और सीने में दर्द की शिकायत पर परिजन उसे लेकर भदोही के एक निजी अस्पताल गए, जहां उपचार के बाद महेश कुमार यादव को बनारस के लिए रेफर कर दिया गया।
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इसके बाद परिजन महेश को लेकर बनारस पहुंचे, जहां रविवार की शाम महेश कुमार यादव का देहांत हो गया। इकलौते बेटे महेश की मौत से पूरा परिवार अनाथ हो गया। पत्नी अनीसा का रो-रोकर बुरा हाल है। पांच वर्ष से कम आयु के सभी तीनों बच्चों को यह भी नहीं मालूम कि उनकी मां क्यों रो रही है और उनके पिता कहां चले गए। सोमवार को महेश कुमार यादव के शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि पांच वर्षीय बेटे ने दी।
फिलहाल इस घटना से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। अनीसा और उसके तीन मासूम बच्चे पूरी तरह से बेसहारा हो गए हैं। ठंड के शिकार हुए महेश के घर पर आसपास के लोगों, रिश्तेदारों और परिचितों का जमावड़ा लगा हुआ है।