पूर्वांचल

कैसे किया जाए दिव्यांगों का उत्थान, नार्सेप के वेबिनार में विशेषज्ञों ने किया मंथन

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी).  नासेर्प संगठन द्वारा रविवार को बौद्धिक वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्यांगों के दिव्यांगतावार चिन्हीकरण व शैक्षिक समावेशन में विशेष शिक्षक की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। वेबिनार के चीफ गेस्ट आईएएस-जिलाधिकारी पीलीभीत प्रवीण कुमार लक्षकार ने नार्सेप के द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (गाजीपुर) हेमंत राव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी (गोरखपुर) संदीप मौर्य, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर योगेंद्र पांडेय ने अपने विचार रखे। दिव्यांगजन अधिकारी ने राज्य में संचालित होने वाले राज्य की विशेष और समेकित विद्यालयों की कार्य योजनाओं के साथ-साथ दिव्यांग बच्चों के सांगोपांग विकास में विधिक रुप से अपने विभाग द्वारा और नैतिक रूप से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया। प्रोफेसर योगेंद्र पांडेय ने भी अपने अमूल्य विचार रखे।

नासेर्प संगठन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव रामप्रवेश तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। वाराणसी मंडल के बीटीसी टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. दुर्गेश प्रताप सिंह ने दिव्यांग बच्चों के विकास को जीवन का मूल मंत्र बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम को विशेषता प्रदान करने में संकेत भाषा अनुवादक के रूप में कुमारी शेफाली सिंह, पंकज शर्मा और त्रिलोक सविता का योगदान रहा है। संचालन डा. मनीषा सिंह ने किया।

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