The live ink desk. ढाका विश्वविद्यालय के छात्र नेता और इंकलाब मंच के चेहरा रहे 32 वर्षीय उस्मान हादी की हत्या के बाद पूरे बांग्लादेश में भारी गुस्सा और शोक की लहर फैल गई है। छात्र नेता हादी की पहचान पिछले डेढ़ साल में युवा आंदोलन और सरकार विरोधी प्रदर्शन के जरिए बनी थी।
हादी का जन्म झालकाठी जिले में हुआ था और उन्होंने ढाका विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की। 2024 से उनके नेतृत्व में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन जोर पकड़ने लगा। उनका जनकेंद्रित और निडर रवैया उन्हें समर्थकों के बीच लोकप्रिय बनाता गया।
12 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद बाइक सवार हमलावरों ने हादी पर हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई। उनका शव सिंगापुर से ढाका लाया जा रहा है। हादी के समर्थक एयरपोर्ट और शाहबाग में उनका स्वागत करेंगे, जबकि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
हादी की मौत के बाद देशभर में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है और उनके परिवार ने स्मारक बनाने व दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को ढाका के माणिक मिया एवेन्यू में जौहर की नमाज के बाद किया जाएगा।

