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भारत की दो टूकः OIC के पास कश्मीर से जुड़े मसले पर बात करने का कोई अधिकार नहीं

नई दिल्ली (the live ink desk). भारत ने इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कार्पोरेशन (Organization of Islamic Corporation) को जमकर लताड़ लगाई है। बता दें की ओआईसी प्रमुख हिसेन अब्राहिम ताहा पाकिस्तान के दौरे पर आए हैं। अब्राहिम ताहा ने वहां पर कहा कि जम्मू कश्मीर के निवासियों को आत्म निर्णय का अधिकार मिलना चाहिए और इस समस्या का निस्तारण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कानूनों के दायरे में होना चाहिए। इस प्रकरण में भारत ने ओआईसी प्रमुख के दावे को रिजेक्ट करते हुए कहा, उनके पास इसके बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है।

इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक अधिकारिक बयान जारी कर कहा, हम ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन के महासचिव का पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के दौरे के वक्त दिए गए बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। ओआईसी के पास कश्मीर से जुड़े मसले पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है। विदेश मंत्रालय ने कहा जम्मू-कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग है। ओआईसी और उनके महासचिव की ओर से भारत के आंतरिक मामले में किसी भी तरह का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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विदेश मंत्रालय ने कहा इस मुद्दे पर पूर्ण रूप से तथ्यात्मक पक्षपाती और संप्रदायिक रूप से गलत रवैया अपनाकर पहले ही ओआईसी अपनी विश्वसनीयता खत्म कर चुका है। इसके महासचिव, पाकिस्तान के मुखपत्र बन चुके हैं। उम्मीद है कि पाकिस्तान के अनैतिक मुद्दों से खुद को दूर रखेंगे, जिसके तहत पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, खासकर जम्मू-कश्मीर में।

उल्लेखनीय है कि ओआईसी इस्लामिक देशों का संगठन है। इस संगठन में दुनिया के 50 से ज्यादा मुस्लिम देश इसके सदस्य हैं। यह संगठन इससे पहले भी कई बार भारत विरोधी बयान और पाकिस्तान के पक्ष में लामबंदी कर चुका है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एकमात्र गैर मुस्लिम देश की नेता थीं, जिन्हें इस ऑर्गनाइजेशन ने उनके जीवित रहते इसकी बैठक में मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया था। इसके बावजूद भी इस संगठन का कुकृत्य बहुत अच्छा नहीं रहा है। पाकिस्तान भी इसका एक सदस्य देश है। हालांकि इस संगठन के कई मुस्लिम देश इसके बयानों से हमेशा दूरी बना कर चलते हैं।

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