साफ करने के बहाने बाइक सवार उचक्कों ने उड़ाया सोने का जेवरात
पीपीजीसीएल में कार्यरत कर्मी की पत्नी को बनाया शिकार
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मंगलवार को दोपहर आभूषण साफ करने के बहाने बाइक सवार दो उचक्कों ने सोने का जेवरात पार कर दिया। ठगे जाने का आभास होने पर पीड़िता ने शोर मचाया। उसके शोर पर आसपास के लोगों ने बाइक सवार उचक्कों की तलाश शुरू की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जेवरात साफ करने के बहाने ठगी की यह घटना नगर पंचायत शंकरगढ़ के हज्जी टोला के हनुमाननगर मोहल्ले की है। मामले की तहरीर पुलिस को दी गई है।
जानकारी के मुताबिक हनुमाननगर निवासी अजय सिंह पीपीजीसीएल (प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड) में कार्य करते हैं। मंगलवार को वह कार्य पर गए थे। घर पर उनकी पत्नी नीतू सिंह और बेटा था। मंगलवार को दोपहर बाइक सवार दो युवक अजय सिंह के दरवाजे पर पहुंचे और खुद को सराफा कारीगर बताते हुए जेवरात साफ करने की बात कही। इस पर नीतू सिंह ने अपना पायल देकर साफ करवाया। इस पर दोनों ने नीतू सिंह को पायल साफ करके दे दिया। इससे नीतू सिंह को यह आभास हुआ कि यह लोग वास्तव में जेवरात साफ करने वाले ही हैं।
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इसके बाद नीतू सिंह ने अपने कान की बाली और मंगलसूत्र साफ करने के लिए दे दिया। आरोपित है कि बाली और मंगलसूत्र लेने के बाद दोनों ने एक प्लास्टिक की थैली में कुछ पीला पदार्थ डालकर नीतू सिंह को पानी लाने के लिए भेजा। जैसे ही नीतू सिंह अंदर पानी लेने के लिए गईं, पूरी प्लानिंग के तहत उचक्कों ने उक्त प्लास्टिक की पन्नी में कंकड़ इत्यादि कागज में लपेटकर डाल दिया और स्टेपलर से सील कर दिया और नीतू सिंह के आने पर उन्हे उक्त पन्नी पकड़ाते हुए कहा कि इसे फ्रीज में रख दें और आधा घंटा बाद खोलें, तब तक जेवरात अपने आप साफ हो जाएगा।
उचक्कों के झांसे में आने के बाद नीतू सिंह ने उक्त प्लास्टिक की पन्नी फ्रीज में रख दी और आधा घंटा बाद खोलकर देखा तो उसमें कंकड़ मिले। यह देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इस पर उन्होंने शोर मचाया, लेकिन तब तक उचक्के पकड़ से बाहर जा चुके थे। स्थानीय लोगों ने इधर-उधर खोजबीन की। तब तक एसओ मनोज कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने भी मौका मुआयना किया और सख्त कार्यवाही का भरोसा दिया।