अपराध समाचार

कई जिलों में फर्जी बैंक चलाने वाले गिरोह का एक और जालसाज गिरफ्तार

एसबीआई का रिटायर्ड मैनेजर बताकर भोलेभाले लोगों को करता था गुमराह

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). फर्जी बैंक चलाकर भोले-भाले लोगों से वसूली करने वालेगिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद को एसबीआई का रिटायर्ड कर्मचारी बताता है। एक दिन पूर्वहुई गिरफ्तारी में दो फर्जी जालसाजों को 67 लाख (तीन कार शामिल) के सामानों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस बैंक का सालाना टर्नओवर 17 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।

उक्त फर्जी बैंक के संचालन और लोगों के ठगे जाने की लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर एसपी अनिल कुमार द्वारा साइबर सेल, क्राइम ब्रांच व थाना ज्ञानपुर की संयुक्त टीम लगातार कार्य कर रही है। शुक्रवार को बड़े खुलासे के बाद इस मामले की जांच में जुटी टीम ने शनिवार को अभियुक्त रमेश जायसवाल पुत्र तुलसी जायसवाल (निवासी सेक्टर नंबर नौ, रामलीला स्टेज के सामने, ओबरा, सोनभद्र) को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को एसबीआई बैंक का रिटायर्ड मैनेजर बताकर लोगों को गुमराह कर रहा था और वर्तमान में फर्जी बीएसएमजे क्वाशी बैंक की वाराणसी शाखा में शाखा प्रबंधक के रूप में काम कर रहा था।

जाली मुहर बनवाई, दफ्तर सजाया और खुल गया बैंकः 17 करोड़ का टर्नओवर करने वाले दो जालसाज गिरफ्तार
2018 में बंद हो गई थी 2000 के नोटों की छपाईः बाजार में हिस्सेदारी भी लगभग 80 फीसद घटी

इस बैंक का मुख्य कार्य कम पढ़े-लिखे लोगों के क्षेत्र में घूमकर लोगों को कम समय में पैसा दोगुना करने, ज्यादा ब्याज दिलाने और आसानी से लोन दिलाने का झांसा देकर बैंक से जोड़ा जाता। बताते चलें कि 19 मई, 2023 को एसपी द्वारा गठित संयुक्त टीमों ने उक्त फर्जी बैंक के दो मैनेजिंग डायरेक्टर को गिरफ्तार किया था, जिनके कब्जे और निशानदेही पर तीन कार, तीन लैपटाप, तीन मोबाइल, 36 हजार नगद सहित ढेर सारा उपकरण व कागजात बरामद किया था। पुलिस के मुताबिक यह बरामदगी 67 लाख रुपये की थी। इस बैंक की शाखाएं आसपास के कई जिलों में चलाई जाती थीं।

151 की जमानत के लिए छोड़ना पड़ रहा मुख्यालय, समाधान दिवस का बहिष्कार
Ex MLC सीवी इनिश को अदालत से झटकाः एफआर रद्द, एसीपी को फिर से जांच का आदेश

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button