फर्जी बैंक का एक और जालसाज ओबरा से गिरफ्तार, लैपटाप समेत दस्तावेज बरामद
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). कम समय में पैसे को दोगुना करने का लालच देकर 17 करोड़ का टर्नओवर करने वाली फर्जी बैंक के एक और जालसाज को पकड़ा गया है। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। इस फर्जी बैंक का नेटवर्क पूर्वांचल के आठ जनपदों में फैला था। अब तक हुई जांच में पता चला कि इस बैंक के द्वारा कुल 38 शाखाओं के जरिए आम जनता को चूना लगाया जा रहा था। शनिवार को ओबरा (सोनभद्र) से धरे गए जालसाज के कब्जे से एक कार, लैपटॉप व पासबुक आदि बरामद हुआ है।
फर्जी बैंक मामले की जांच कर रही टीम ने मुखबिर की सूचना पर सोनभद्र के ओबरा में छापा मारा। वरिष्ठ उप निरीक्षक मदनलाल ने बताया कि ओबरा सोनभद्र से शीतला प्रसाद निषाद उर्फ करन जोगल पुत्र रामलाल निषाद (निवासी शीतला मार्ग, चूड़ी गली, कस्बा ओबरा, सोनभद्र) को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से कार, लैपटाप, पासबुक समेत अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद हुए हैं। यह बैंक संबंधित उपकरणों को अपने घर पर छिपाने का प्रयास कर रहा था।
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गिरफ्तार करने वाली टीम में एसआईटी टीम के एसएसआई मदनलाल के साथ एसआई अरविंद कुमार, एचसीपी मेराज अली, सुरेश कुमार कुशवाहा, मनोज कुमार, घनश्याम यादव, रंजीत चौधरी व महिला कांस्टेबल शालिनी सिंह शामिल रहीं।
गौरतलब है कि भदोही पुलिस द्वारा बीते दिनों फर्जी बीएसएमजे क्वासी बैंक का खुलासा करते हुए दो मैनेजिंग डायरेक्टर सहित कुल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही और कब्जे से तीन कार, तीन लैपटाप, तीन मोबाइल, 36,000 रुपये नगद समेत कुल 67 लाख रुपये की बरामदगी हुई थी। मामला बड़ा और संवेदनशील होने के नाते एसपी डा. अनिल कुमार ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया था।