संपत्ति के बंटवारे में अड़ंगा डाल रही थी बुआ, भतीजे ने दे दी हत्या की सुपारी
1.5 लाख रुपये नगद, तमंचा-कारतूस, मोबाइल और बाइक के साथ शंकरगढ़ पुलिस ने दबोचा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). शंकरगढ़ पुलिस और एसओजी यमुनापार की संयुक्त टीम ने हत्या की सुपारी लेने और देने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 1.5 लाख रुपये नगद, तमंचा-कारतूस, मोबाइल और बाइक बरामद की है। जिसकी सुपारी दी गई थी, वह महिला अधिवक्ता है। बताया जाता है कि महिला अधिवक्ता के द्वारा अपने भाइयों के बीच संपत्ति के बंटवारे में अड़ंगा डाला जा रहा था, इसी से नाराज होकर भतीजे ने कत्ल की सुपारी दे डाली।
एसओ शंकरगढ़ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि एसओजी यमुनापार की संयुक्त टीम के साथ शंकरगढ़ रेलवे स्टेशन के पास से अधिवक्ता की हत्या की सुपारी देने वाले बुधराज सिंह उर्फ राज सिंह पुत्र कमलाकर सिंह ग्राम कोहड़िया (शंकरगढ़), रोहित केसरवानी पुत्र मंगलदास केसरवानी (जारी बाजार, कौंधियारा) व सुपारी लेने वाले अभियुक्त भूमिराज सिंह पुत्र स्व. कुंवर बहादुर सिंह (ग्राम डीहा, करछना) को गिरफ्तार किया गया है।
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इनके कब्जे से 1.5 लाख रुपये नगद बरामद किए गए हैं, जो बतौर पेशगी दिए गए थे। धरे गए तीनों लोगों से शंकरगढ़ के साथ-साथ एसओजी की टीम ने पूछताछ की, जिसमें पता चला कि कमलाकर सिंह पुत्र राम हितकारी का अपनी बहन एडवोकेट छविराजी कुमारी, भाई रत्नाकर व पिता राम हितकारी से पारिवारिक जमीन संबंधी विवाद चला आ रहा है। यह 35 बीघा भूमि में हिस्सेदारी का प्रकरण है।
कमलाकर सिंह की बहन छविराज कुमारी पेशे से अधिवक्ता हैं, जो प्रयागराज में रहती हैं। वह अपने भाई दूसरे रत्नाकर व पिता के साथ मिलकर कमलाकर सिंह के हिस्से की जमीन नहीं दे रही हैं, इससे परेशान कमलाकर के बेटे बुधराज ने बुआ छविराज कुमारी की हत्या की सुपारी दी थी।
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फिलहाल, शंकरगढ़ पुलिस ने तीनों के खिलाफ धारा 115, 120बी, 34 व आयुध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर तीनों का चालान भेज दिया है। धरे गए भूमिराज सिंह के खिलाफ घूरपुर, शंकरगढ़, करछना में अलग-अलग मामलों के कुल 15 मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, उपनिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, उपनिरीक्षक ऋतुराज सिंह, एसओजी यमुनापार प्रभारी रणजीत सिंह, HCP विनोद दुबे, आकाशदीप सिंह, सिद्धेश्वर पांडेय, मनोज कुमार, रणजीत यादव आदि शामिल रहे।