प्रयागराज (आलोक गुप्ता). गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर 2019 में हुए कुंभ ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक पहचान दी। इस आयोजन से यूनेस्को ने इसे विश्व की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर घोषित कर दिया। आगामी महाकुंभ 2025 को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस आयोजन से विश्वभर की अपेक्षाएं जुड़ी हुई हैं। इसलिए यह महाकुंभ, उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक क्षमता, सांस्कृतिक समृद्धि एवं पर्यटन क्षेत्र की सुविधाओं को प्रदर्शित करने का भी बड़ा माध्यम बन सकता है। इन सभी प्रयासों से एक कदम आगे जाकर महाकुंभ अब प्रदेश की 24 करोड़ की जनता के विचारों का भी प्रतिबिंब बने, इसके लिए सरकार इसे समावेशी रूप देने जा रही है।
अमूमन महाकुंभ में अभी तक सरकारी एजेंसियों के ही विचार समाहित किए जाते थे, लेकिन अब इसे एक कदम आगे ले जाने की कोशिश हो रही है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि “इस आयोजन में सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचारों को भी शामिल करना चाहती है।” उनका यह भी कहना है कि हर किसी के पास एक बेहतरीन आइडिया होता है, जो अब तक सरकार तक नहीं पहुंच पाता था, इसलिए लोगों के महाकुंभ से जुड़े आइडिया को सरकार के साथ साझा करने के लिए सरकार प्रयास करने जा रही है। इसमें मीडिया के माध्यम से ऐसे सभी लोगों को अपने महाकुंभ से जुड़े आइडिया को साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
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क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ने बताया, इसमें लोग अपना ऐसा कोई सुझाव दे सकते हैं जो अभी तक महाकुंभ में अमल में न लाया गया हो और जिससे ज्यादा से ज्यादा पर्यटक इस बार के महाकुंभ में आएं। इससे महाकुंभ अपने समावेशी स्वरूप में सामने आएगा, जिसमे ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचार इसमें शामिल होंगे। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के मुताबिक़ इसके लिए पर्यटन विभाग महाकुंभ के पहले समावेशी महाकुंभ का आयोजन करने जा रहा है। इसमें पर्यटन विभाग एक प्रतियोगिता का आयोजन करेगा, जिसमें लोगों के कुंभ के आयोजन से जुड़े आइडिया मांगे जाएंगे। इस प्रतियोगिता में सबसे अलग तीन आइडिया देने वाले लोगों को पर्यटन विभाग प्रोत्साहन देगा। उनका यह आइडिया महाकुंभ के आयोजन का अंग भी बनेगा।
ब्लागर और यू-ट्यूबर कांक्लेव का होगा आयोजनः मौजूदा दौर में डिजिटल मीडिया ने जन-जन तक अपना विस्तार कर लिया है। इंटरनेट के विस्तार और मोबाइल यूजर्स की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल टूरिस्ट को महाकुंभ से जोड़ना चाहता है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के मुताबिक़ पर्यटन विभाग महाकुंभ के पहले ब्लागर्स और यू-ट्यूबर की एक कांक्लेव कराने जा रहा है। ऐसे सभी ब्लागर्स और यू-ट्यूबर के साथ बातचीत कर पर्यटन विभाग उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेगा जो महाकुंभ से जुड़े कंटेंट को निरंतर ऑनलाइन मीडिया में जगह देते आ रहे हैं।