मैं अल्लाह से दुआ करता हूं मुझे जमीन से जोड़े रखें और उन्हे ट्वीटर सेः गुलाम नबी आजाद
नई दिल्ली (The live ink desk). हाल ही में कांग्रेस से नाता तोड़ने वाले कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को जम्मू में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। अपनी कर्मभूमि से राजनीतिक जीवन की नई पारी की शुरुआत कर रहे गुलाम नबी आजाद ने जम्मू की सैनिक कालोनी में एक रैली को भी संबोधित किया। यहां उन्होंने अपने समर्थकों से मुलाकात की। सभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने पुराने दिनों और संर्घषों को याद करते हुए कहा, हमने खून-पसीने से कांग्रेस पार्टी को सींचा। यह पार्टी किसी कंप्यूटर से नहीं बनी। हमारे खिलाफ जम्मू कश्मीर में गलत अफवाहें फैलाई गईं।
आजाद ने कहा, मेरी नई पार्टी बनाने से कुछ लोगों में बौखलाहट है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अपने मुख्यमंत्रित्व काल में पूरी की गई विकास योजनाओं का जिक्र किया। कहा, जब मैं मुख्यमंत्री था तो भ्रष्टाचार को बंद किया। पिछले 26 साल में अगर किसी राज्य के लिए सबसे ज्यादा योजनाओं को मंजूरी दिलवाई है, तो वह है जम्मू-कश्मीर है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, आज तो कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें हिरासत में लिए जाने के चंद घंटे बाद छोड़ दिया जाता था। 1975 के आसपास जब इंदिरा गांधी के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहा था, तो उस दौरान करीब एक साल जेल में बंद रहा। वह दिसंबर-जनवरी का महीना था। सोने के लिए फर्स मिली थी और ओढ़ने के लिए फटे हुए कंबल। खाने में दो रोटी और दाल मलती थी।
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अपने भाइयों के साथ दफन होना चाहता हूंः उन्होंने कहा कि हमारे अपने गरीब, किसान, बहू-बेटियां, नौजवान हमारी दिलों की धड़कनों में हैं। वह लोग, जो हमें बदनाम कर रहे हैं, उनकी रीच और अप्रोच ट्वीटर पर है। कंप्यूटर पर है। एसएमएस पर है। आज, इसीलिए कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो गई। मैं, अल्लाह से दुआ करता हूं कि मुझे जमीन दे, ताकि मैं अपनों से जुड़ा रह सकूं और उन्हे ट्वीट-ट्वीटर नसीब करें।
मैं अपने भाइयों के साथ खेत-खलिहानों में रहा हूं और अपने उन्ही किसानों, मजदूरों, भाइयों के साथ दफन होना चाहता हूं। उनको शहंशाही मुबारक। गुलाम नबी आजाद ने यह कहा कि आज में लंबा भाषण नहीं करूंगा। मैं चार दिन जम्मू में हैं। लोगों से गुजारिश है कि जो लोग दूर-दराज से मुझसे मिलने के लिए आए हैं, सबसे पहले वह, कल मुलाकात करें। उसके बाद कम दूरी वाले लोग मुझसे मिल सकते हैं। जबकि तीसरे दिन मेरे आसपास के रहने वाले लोग मुलाकात करें। इस दौरान उन्होंने डोंडा और किश्तवाड़ जाने का भी जिक्र किया।
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एशिया का पहला ट्यूलिप गार्डन जम्मू में बनाः कहा, जब मैं मुख्यमंत्री था तो एशिया का पहला ट्यूलिप गार्डन जम्मू में बनवाया था। आज कई जगहों पर ट्यूलिप गार्डन बन गए हैं। जब मैं कैबिनेट मंत्री था या जम्मू-कश्मीर का मुख्य मंत्री था, तब राज्य के विकास के लिए जितना कुछ हो सका, सब कुछ किया। कहा, जम्हूरियत में हर किसी को पार्टी बनाने का हक है। उन्होंने अपने साथ जुड़ने वाली अन्य पार्टियों के नेता का इस्तकबाल किया। कहा, अभी हमारी पार्टी का नाम तय नहीं हुआ है, जम्मू-कश्मीर के लोगों को जो पसंद होगा वही नाम होगा और वही झंडा होगा। कहा, हिन्दुस्तान की 75 प्रतिशत आबादी हिन्दुस्तानी जबान बोलती है, इसलिए नाम भी आम आदमी वाला होगा।
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एयरपोर्ट पहुंचने पर हुआ जोरदार स्वागतः इसके पूर्व जम्मू पहुंचने पर एयरपोर्ट पर गुलाम नबी आजाद का उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद आजाद का काफिला जम्मू एयरपोर्ट से सीधे रैली स्थल के लिए निकल गया है। आजाद के साथ ढोल-नगाड़ों के थाप पर नाचते गाते उनके समर्थक भी चल रहे थे। बताते चलें कि हाल ही में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। पांच पन्नों के इस्तीफे में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर बहुत सारे आरोप लगाए थे। अपना इस्तीफा उन्होंने कांग्रेश की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा था। अपनी चिट्ठी में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की असफलता के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया था और वरिष्ठ नेताओं पर अनदेखी का आरोप लगाया था। इसके बाद आजाद ने किसी और दल के साथ है गठबंधन ना करने की बात कही और अपनी नई पार्टी बनाने की बात कही थी।