भदोही लोकसभाः दूसरी मोदी लहर में बढ़े थे नौ फीसदी वोट, बसपा ने दी थी कड़ी टक्कर
भदोही (सत्येंद्र द्विवेदी/संजय सिंह). साल 2014 में आई मोदी लहर की अपेक्षा 2019 की दूसरी लहर ज्यादा जोरदार रही। भदोही लोकसभा सीट पर भाजपा को पहली बार की अपेक्षा दूसरी लहर में नौ फीसदी ज्यादा वोट मिले। यहां, यह भी उल्लेखनीय है कि दूसरी बार बसपा का भी वोटग्राफ अप्रत्याशित रूप से बढ़ा और 2014 के मुकाबले 2019 में बसपा को लगभग 20 फीसद ज्यादा वोट मिले।
साल 2019 के आम चुनाव में भदोही जनपद में 10,39,390 मतदाताओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए मतदान किया था। यह कुल मतदाताओं की संख्या के सापेक्ष 54.63 फीसद मतदान था। 30 जून, 1994 को अस्तित्व में आए भदोही जनपद (पहले यह वाराणसी जनपद का हिस्सा था) में पहला आम चुनाव साल 1996 में हुआ था, उस समय भदोही जनपद की संसदीय सीट मिर्जापुर के साथ मिलाकर बनाई गई थी।
परिसीमन के पहले और बाद में भदोही लोकसभा सीट पर हुए चुनावों (1996 से 2019 तक) पर नजर डालें तो यहां से तीन बार भारतीय जनता पार्टी जीत चुकी है, जबकि दो बार समाजवादी पार्टी और दो बार बहुजन समाज पार्टी को जीत का सेहरा पहनने का मौका मिला। साल 2004 से 2014 तक केंद्र की सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी को अभी तक भदोही लोकसभा सीट से सफलता नहीं मिल पाई है।
साल 2009 में भदोही लोकसभा सीट का परिसीमन हुआ और यहां से पहली दफा बहुजन समाज पार्टी केबैनर तले गोरखनाथ पांडेय सांसद चुने गए, जो इस समय भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। 2014 के चुनाव में जब देशभर में मोदी लहर चली तो कांग्रेस के पांव उखड़ गए और भदोही लोकसभा सीट भाजपा के खाते में चली गई। पहली मोदी लहर में वीरेंद्र सिंह मस्त सांसद चुने गए और कुल मतदान का 41.10 फीसद वोट अकेले भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह मस्त के खाते में आया।
वीरेंद्र सिंह मस्त को कड़ी टक्कर देने वाले बसपा प्रत्याशी राकेशधर त्रिपाठी को 25 फीसद (2.45,554 मत), तीसरे स्थान पर रहीं सपा प्रत्याशी सीमा मिश्रा (बाहुबली विजय मिश्र की पुत्री) को 24.30 (2,38,712 मत) मिले थे। इसके अलावा जदयू प्रत्याशी तेज बहादुर यादव को 2.75 प्रतिशत, कांग्रेस प्रत्याशी सरताज इमाम को 2.3 फीसद मत प्राप्त हुआ था।
पहली मोदी लहर के बाद जब 2019 में आम चुनाव हुआ तो इसमें भाजपा का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा और इसका असर यहां हुए आम चुनाव में मिले मत पर देखा गया था। साल 2014 की अपेक्षा 19 के आम चुनाव में भाजपा का वोट शेयर नौ फीसदी बढ़ गया था। 2019 में यहां सांसद चुने जाने वाले रमेशचंद्र बिंद को कुल मतदान का 49.05 प्रतिशत मत (5,10,029) प्राप्त हुआ था। यह पिछले चुनाव के मुकाबले लगभग नौ फीसद ज्यादा था।
इस बार भी दूसरे स्थान पर बसपा प्रत्याशी रहे। बसपा प्रत्याशी रंगनाथ मिश्र को 44.85 फीसद मत प्राप्त हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि मोदी की दूसरी लहर के बावजूद बसपा के वोट प्रतिशत में अभूतपूर्व इजाफा हुआ और रंगनाथ मिश्र को कुल 4,66,414 (44.85 प्रतिशत) मत मिले थे। जबकि साल 2014 के चुनाव में कुल 41 फीसद मत पाकर भाजपा चुनाव जीत गई थी। दूसरी मोदी लहर में बसपा को पिछले चुनाव के सापेक्ष 19.85 फीसद ज्यादा वोट मिले थे। इसके अलावा कांग्रेस को 2.46 फीसद मतों से संतोष करना पड़ा था।
भदोही जनपद की तीन विधानसभा (औराई, ज्ञानपुर और भदोही) और प्रयागराज की दो विधानसभा (हंडिया और प्रतापपुर) को मिलाकर बनाई गई भदोही लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 2018135 है। जनपद में छठें चरण में वोटिंग होगी, इसके लिए 1169 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां 2084 बूथों पर 25 मई को वोटिंग होगी।