The live ink desk. लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण में पूर्वांचल में भारी राजनीतिक फेरबदल देखने को मिल रहा है। दरअसल, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री नारद राय (Narad Rai) ने भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने अपने एक्स एकाउंट से गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की दो फोटो शेयर की है। इसके अलावा उन्होंने अपने प्रोफाइल में भी अपडेट किया। अपडेट में नाम के आगे उन्होंने ‘मोदी का परिवार’ लिखा है।
अपनी ट्वीट में नारद राय ने लिखा – “दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के गृह मंत्री, राजनीति के चाणक्य अमित शाह के संकल्प की समाज के अंतिम पंक्ति में बसे ग़रीब को मज़बूत करने वाली सोच और राष्ट्रवादी विचारधारा को मज़बूत करूँगा”।
इस पोस्ट के बाद से पूर्व मंत्री नारद राय (Narad Rai) का सत्ताधारी दल भाजपा में जाना तय हो गया है। समाजवादी पार्टी से रिश्ता तोड़ने के बाद बलिया की राजनीति में चुनावी चर्चाओं काबाजार गर्म है।
साल 1984 में विधानसभा का चुनाव लड़कर राजनीति में आने वाले नारद राय जुझारू छवि के नेता हैं। वह समाजवादी पार्टी की सरकार में दो-दो दफा मंत्री रह चुके हैं। उन्हें स्व. मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता रहा। हालांकि, उनके निधन के बाद से और अखिलेश यादव के द्वारा पार्टी की बागडोर संभालने के बाद से नारद राय खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे।
27 मई, 2024 को उन्होंने अपने समर्थकों केसाथ बैठक की और सपा से नाता तोड़ने की घोषणा की थी, इसके साथ हीजयश्रीराम का नारा भीई लगवाया था। जयश्रीराम का नारा लगवाए जाने से ही उनके भाजपा में जाने के संकेत मिलने लगे थे।
हालांकि नारद राय की तरफ से अभी भाजपा में जाने की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, फिर भी यह कयास लगाया ज रहा है कि 29 मई, यानी की बुधवार को बलिया में होने जा रही अमित शाह की जनसभा में इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है।
बलिया के बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर भाजपा सांसद नीरज शेखर ने कहा, नारद राय का राजनीतिक जीवन काफी प्रभावशाली रहा। चार दशक तक उन्होंने सूबे की राजनीति की है। उनके आने से भाजपा को बहुत फायदा होगा। मैं जानता था कि जहां सम्मान नहीं मिलता, वहां से व्यक्ति छोड़कर आता है। उनको ज्यादा समय लग गया।