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Dengue की पुष्टि के लिए एलाइजा टेस्ट जरूरी, Bhadohi में अब तक 20  मरीज मिले

स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की जांच को लेकर नर्सिंग होम व पैथालाजी केंद्रों को जारी की नोटिस, प्रत्येक जांच की सूचना देने का निर्देश

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य महकमा भी इस पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। डेंगू की आड़ में लोगों के गलत इलाज और ठगी पर नकेल कसने के लिए सीएमओ डा. संतोष चक जनपद में संचालित सभी नर्सिंग होम व पैथलाजी केंद्रों को स्पष्ट कर दिया है कि डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा टेस्ट जरूरी है। असके अलावा प्रत्येक जांच की सूचना सीएमओ कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए।

उक्त आदेश से संबंधित नोटिस मंगलवार को जिले के दर्जनों नर्सिंग होम व पैथालाजी सेंटर्स को भेजी गई। सीएमओ ने बताया कि यह सभी अनाधिकृत रूप से डेंगू को लेकर अनावाश्यक पैसा वसूलने का काम करते थे। यह जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर संतोष कुमार चक ने दी।

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सीएमओ ने बताया कि डेंगू एक साधारण बीमारी है। इसके लिए जिले के निजी चिकित्सालयों को अब एलाइजा की जांच के बाद ही डेंगू का मरीज घोषित करना होगा और उसकी सूचना सीएमओ आफिस को देनी होगी। इसके बाद ही उपचार होगा। डेंगू के नाम पैसा लेने वाले दर्जनों निजी चिकित्सालयों व पैथोलॉजी सेंटर्स को नोटिस दी गई है। इसके बाद भी अगर वह नहीं माने तो चिकित्सालय सील करनेके साथ एफआईआर दर्ज कराने का भी काम किया जाएगा।

सीएमओ ने बताया, अभी तक जिले में केवल 275 मरीजों का नमूना अधिकृत लैब बीएचयू व पीजीआई भेजा गया। इसमें 20 डेंगू के मरीज मिले हैं। जिले में डेंगू से अभी तक कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। जिला मलेरिया अधिकारी रामआसरे पाल ने बैठक के दौरान बताया कि डेंगू का एडीज नामक मच्छर हमेशा साफ पानी में ही पैदा होता है। यह दिन के समय ही अपना शिकार बनाता है। डेंगू बीमारी एडीज मच्छर के काटे जाने पर ही फैलता है।

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घर पर बचाव के इन तरीकों को अपनाएंः इस बीमारी से ग्रसित लोगों को अचानक तेज बुखार, कमर, जोड़ों व सिर में असहनीय दर्द होता है। इस रोग में जी मचलाना व उल्टी आना और शरीर में छोटे-छोटे दाने भी निकल आते हैं। डेंगू  जैसी बीमारियों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय है कि पूरी बांह का कपड़ा पहनें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, क्रीम लगाएं, घर में मच्छररोधी अगरबत्ती का इस्तेमाल करें। कीटनाशकों का छिड़काव करें, खुली नालियों में मिट्टी का तेल डालें। शाम व रात को घरों और खिड़कियों के दरवाजे बंद कर लें। इन उपायों के बावजूद अगर लक्षण दिखें तो डेंगू की जांच करवा कर इलाज करवाएं।

प्लेटलेट्स चढ़ाने में न करें जल्दबाजीः आंखों के पीछे तेज दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, मुंह-नाक-मसूड़ों से खून आना और त्वचा पर चकत्ते उभरना डेंगू का लक्षण हो सकता है। डेंगू का लक्षण दिखने पर जांच कराएं। पानी के भरे हुए बर्तन को ढक कर रखें। हर सप्ताह कूलर को खाली करें। पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहनें। प्लेटलेट्स चढ़ाने में शीघ्रता न करें घर और आसपास में पानी जमा न होने दें। झोलाछाप वह प्राइवेट चिकित्सालयों में इलाज न कराएं। सभी सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू ए मलेरिया की जांच निशुल्क उपलब्ध है।

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