शून्य से पांच वर्ष तक के 29 फीसद बच्चों का बना आधार कार्ड
राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आयोजित वर्कशाप में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा- जल्द ही 100 फीसद बच्चों के पास होगा अपना आधार कार्ड
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग बेहद सचेत है। घर से आंगनबाड़ी व स्कूल तक सरकार बच्चों की ट्रैकिंग कर कुपोषण मुक्त जनपद बनाने के प्रति संकल्पबद्ध है। मंगलवार को अभिमुखीकरण वर्कशाप में जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने कुपोषण से जारी जंग में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
कार्यशाला में सुकन्या समृद्धि योजना, और शून्य से पाँच वर्ष तक के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने व कुपोषण मुक्त जनपद बनाने पर चर्चा की गई। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग और प्रधान डाकघर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में डाक विभाग के निदेशक (भारतीय डाक सेवा परिक्षेत्र प्रयागराज) गौरव श्रीवास्तव व जिला कार्यक्र्म अधिकारी दिनेश सिंह ने कुपोषण मुक्त जनपद बनाने के क्रम में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास पर चर्चा की। राज्यस्तरीय प्रशिक्षक के तौर पर यूनिसेफ की डॉ॰ कंचन श्रीवास्तव, देवेंद्र व अरुण सिंह ने सैम-मैम बच्चों की स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन व पोषण ट्रैकर पर डेटा फीडिंग से संबन्धित जानकारी दी।
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जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि “बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से सचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों का आधार कार्ड बनाने में डाक विभाग को सहयोग करेगी। जिसमें डाक विभाग के जरिए लगाए जा रहे शिविर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने लाभार्थी को लेकर आएगी और आधार कार्ड बनाने में मदद करेगी। इस संयुक्त प्रयास से अब तक जनपद के 29 प्रतिशत शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का आधार कार्ड बनाया जा चुका है। हमारा प्रयास है जल्द से जल्द हम सभी बच्चों का आधार कार्ड बनाकर यह संख्या 100 प्रतिशत तक ले जाएं ताकि सभी बच्चों का आधार कार्ड बन जाने से इनके लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें आसानी से मिल सके।
कार्यक्रम में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं को प्रधान डाकघर के निदेशक गौरव श्रीवास्तव के नेतृत्व में सभी कर्मचारियों व अधिकारियों ने प्रतिभाग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
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