प्रयागराज (आलोक गुप्ता). पेपर लीक करने वालों का नेटवर्क इतना तगड़ा बन चुका है कि सिस्टम एक पेपर लीक कीघटना से उबर नहीं पाता कि दूसरी हो जाती है। यूपीपीएससी (Uttar Pradesh Public Service Commission) की आरओ/एआरओ परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस प्रकरण में दस अभियुक्तों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें राजीव नयन मिश्र, रवि अत्री, विक्रम पहल आदि शामिल हैं। परीक्षा का प्रश्नपत्र दो प्रकार से आउट किया गया था।
यह गिरफ्तारी एसटीएफ ने की है। पेपर छापने वाली कंपनी के प्रेसकर्मी समेत यूपी और बिहार के कुल छहलोग शामिल हैं। स्पेशल टास्क फोर्स ने आरओ/एआरओ पेपर लीक प्रकरण में वांछित चल रहे आधा दर्जन लोगों को कीडगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
यूपीएसटीएफ (UPSTF) ने पेपर छापने वाली प्रिटिंग प्रेस कंपनी (भोपाल) के कर्मचारी सुनील रघुवंशी पुत्र रामबाबू रघुवंशी ( कन्हैया, आनंदनगर, अमझीरा, बिलखिरिया, भोला), विशाल दुबे पुत्र अरुण कुमार दुबे (ऊंचडीह बाजार, मेजा, प्रयागराज), संदीप पांडेय पुत्र हरिशंकर पांडेय (पनासा, करछना, प्रयागराज), विवेक उपाध्याय पुत्र रामायण उपाध्याय (सोनबरसा, बैरिया, बलिया), सुभाषप्रकाश पुत्र योगेंद्र (बैरा, जयनगर, मधुबनी, बिहार) और अमरजीत शर्मा पुत्र बलेश्वर शर्मा (फतेहपुर, गया, बिहार) को गिरफ्तार किया है।
भोपाल प्रिंटिंग प्रेस से ही लीक हुआ था प्रश्नपत्र
पूछताछ में पता चला कि यह प्रश्नपत्र पेपर छापने वाली कंपनी, जो भोपाल में स्थित है, वहीं से लीक हुआ था। एग्जाम से एक सप्ताह पूर्व राजीव नयन मिश्र ने प्रेस के कर्मचारी सुभाष रघुवंशी की मदद से पेपर निकलवा लिया था। इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए राजीव नयन मिश्र से पूछताछ में पता चला कि प्रश्नपक्ष उसके दोस्त सुभाष प्रकाश ने भेजा था। इसके बाद से सुभाष की तलाश हो रही थी।
प्रेसकर्मी ने यह भी खुलासा किया कि प्रश्नपत्र के लिए दस लाख रुपये की डील ही थी। इसके अलावा पोल खुलने के डर से इसे काफी सीक्रेट रखा गया था, ताकि माला ज्यादा हाईलाइट न होने पाए। जबकि ऐसा हो नहीं पाया और यह प्रश्नपत्र सुभाष व विशाल के द्वारा राजीव नयन के मोबाइल पर पहुंच गया और फिर वायरल हो गया।
One Comment