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जेल में बंद नरगिस मोहम्मदी को शांति का नोबेल, ईरान सरकार ने जताया विरोध

The live ink desk. साल 2023 में शांति का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) नरगिस मोहम्मदी को देने की घोषणा की गई है। शांति का नोबेल प्राइज पुरस्कार पाने वाली नरगिस मोहम्मदी इन दिनों ईरान की जेल में बंद हैं। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार हैं। 51 वर्षीय पत्रकार और सोशल वर्कर नरगिस मोहम्मदी बीते तीन दशक से ज्यादा का समय अलग-अलग आरोपों में जेल में ही बिताया है।

समाचार एजेंसी राइटर के अनुसार ईरान की मीडिया ने नरगिस मोहम्मदी (Nargis Mohammadi) पर आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करने और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। ईरानी मीडिया ने नरगिस मोहम्मदी को नोबेल का शांति पुरस्कार ((Nobel Prize)) मिलने पर कड़ी आलोचना की है। नरगिस मोहम्मदी नवंबर, 2021 से  जेल में बंद हैं।

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Nargis Mohammadi पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने और सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इसी कड़ी में ईरान के विदेश मंत्री नासिर केनानी ने मोहम्मदी को नोबेल पुरस्कार दिए जाने के फैसले को राजनीतिक और पक्षपात पूर्ण करार दिया है। ईरानी मीडिया ने नोबेल कमेटी और नरगिस मोहम्मदी की कड़ी आलोचना की है। 

नरगिस मोहम्मदी (Nargis Mohammadi) ने ईरानी सरकार के खिलाफ बीते तीन दशक से आजादी और मानवाधिकार के लिए अघोषित विरोध जारी रखा है। वह ईरान में धार्मिक स्वतंत्रता, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में महिलाओं के लिए एक समान अधिकार चाहती हैं।

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