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Umesh Pal Murder Case: मोस्ट वांटेड असद और गुलाम यूपीएसटीएफ से हुई मुठभेड़ में ढेर

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). 24 फरवरी, 2023 को हुए उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में शामिल मोस्ट वांटेड असद और गुलाम को यूपीएसटीएफ (UPSTF) ने झांसी (Jhansi) में हुई एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। अतीक अहमद (Atique Ahmed) के बेटे असद और गुलाम की तलाश में यूपी पुलिस लगातार लगी हुई थी।

बताया जा रहा है कि  दिल्ली में लंबे समय तक पनाह लेने के बाद असद दिल्ली से भाग निकला और इसके बाद असद और शूटर गुलाम यूपी बॉर्डर के पास एमपी में थे। वहीं से एसटीएफ ने दोनों का पीछा किया और झांसी में मुठभेड़ हो गई। पहले असद और गुलाम पर पुलिस की तरफ से ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, लेकिन बाद में दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया था।

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मुठभेड़ के उपरांत दोनों के पास से विदेशी असलहे भी बरामद हुए हैं। असद पुत्र अतीक अहमद और गुलाम पुत्र मकसूदन को ढेर करने वाली यूपीएसटीएफ की टीम को डीएसपी नवेंदु और विमल लीड कर रहे थे। उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरारी काट रहे असद अहमद और गुलाम के मुठभेड़ में मारे जाने पर स्व. उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने योगी सरकार का आभार व्यक्त किया है। मीडिया से बातचीत में जयापाल ने कहा, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने अपनी बेटी के सुहागर के कातिलों को सजा दिलाई । यूपी पुलिस ने जो किया, अच्छा किया। उमेशपाल की मां शांतिपाल ने भी योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा, पुलिस ने अपना कर्तव्य पूरा किया।

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बताते चलें कि 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र के सुलेमसराय में सरेआम राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। जीटी रोड पर हमलावरों ने उमेश पाल के साथ-साथ उनके दो सरकारी सुरक्षा कर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी की। यह हमला इतनी तेज हुआ था कि उमेशपाल कोर्ट से जैसे ही घर पहुंचकर कार से उतरे, उन पर फायरिंग शुरू कर दी गई। दहशत फैलाने और जान लेने की नीयत से मौके पर बमबाजी भी की गई। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर्स की मौत हो गई थी। 

झांसी में हुई पुलिस मुठभेड़ में पुलिस की गोली का शिकार हुआ असद अहमद तीसरे नंबर पर था। बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है, जबकि दूसरा अली नैनी जेल में निरुद्ध है। चौथे और पांचवे नंबर के बेटे बाल सुधार गृह  राजरूपपुर में रखे गए हैं। पुलिस एनकाउंटर पर सूबे के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य ने यूपी एसटीएफ को बधाई दी है। केशवप्रसाद मौर्य ने कहा, सरेआम गोलियां बरसाने वालों को सजा मिलनी तय थी। कहा, अपराधियों केसाथ अपराधी जैसा ही व्यवहार होना चाहिए।

उमेश पाल की पत्नी जयापाल ने इस मामले में माफिया अतीक, उसके भाई अशरफ समेत नौ लोगों पर मामला दर्ज कराया है। पुलिस इस मामले में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ पांच शूटरों (अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर) की तलाश में जुटी हुई थी। शूटरों की तलाश में जुटी पुलिस ने 47 दिन से फरारी काट रहे असद और गुलाम को ढेर कर दिया।

उमेशपाल हत्याकांड के बाद आसपास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज में उक्त घटना साफ-साफ कैद हुई, जिसमें असद भी कार से उतरकर फायरिंग करता हुआ दिखा। हत्याकांड के बाद छानबीन में जुटी पुलिस को यह पता चला कि इस घटना में अतीक के  बेटे असद को कार में रहकर घटना को अंजाम देना था, उसे सामने नहीं आना था। इस घटना के बाद शाइस्ता परवीन ने अतीक अहमद से नाराजगी भीजाहिर की थी।

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि फोन पर (उमेश पाल हत्याकांड के बाद) शाइस्ता परवीन ने रोते हुए कहा कि असद बच्चा (छोटा) है, उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था। सूत्रों के मुताबिक, अतीक़ ने कहा कि असद की वजह से 18 साल बाद चैन की नींद सोया हूं। राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के कारण मेरी नींद हराम हो गयी थी।

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