बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े, हिंदुओं की आबादी 81.99 फीसद
The live ink desk. जातिगत जनगणना (caste census figures) को लेकर हो रही बयानबाजी के बीच सोमवार को बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ के आसपास है। इनमें सबसे ज्यादा आबादी अति पिछड़ी जातियों की है। वहीं सामान्य वर्ग की आबादी महज 15.52 फीसद ही है। सीएम नीतीश कुमार ने पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा, जाति आधारित गणना (caste census figures) के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल से प्रस्ताव पारित किया गया था।
लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव चलते हुए मतदाताओं को लुभाने के लिए यह आंकड़ा सार्वजनिक किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 36 फीसद आबादी अकेले अत्यंत पिछड़ा वर्ग की है। जबकि 27 फीसदी आबादी में पिछड़ा वर्ग शामिल है। इसी क्रम में 19 फीसद से अधिक जनसंख्या अनुसूचित जाति और 1.68 फीसद आबादीअनुसूचित जनजाति की बताई गई है।
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इसके अलावा सामान्य वर्ग से आने वाले ब्राह्मणों की आबादी 3.66 फीसद, भूमिहार 2.86 फीसद, राजपूत 3.45 प्रतिशत के साथ सामान्य वर्ग की कुलआबादी 15.52 फीसद बताई जा रही है। इसी तरह कुर्मी की जनसंख्या 2.87 प्रतिशत, मुसहर की आबादी तीन प्रतिशत और यादवों की आबादी 14 फीसद है। जातिगत जनगणना के आंकड़े में कुल आबादी 13.7 करोड़ के आसपास बताई गई है।
बिहार सरकार के द्वारा जारी किए गए जातिगत जनगणना (caste census figures) के आंकड़े को यदि धर्म के चश्मे से देखें तो बिहार हिंदू बाहुल्य राज्य है। यहां पर हिंदुओं की कुल आबादी 81.99 फीसद है। इसके बाद मुस्लिम समुदाय है, जो 17.70 प्रतिशत है। इसके लावा इसाई 0.05 प्रतिशत, सिख 0.011 फीसद, बौद्ध 0.0851, जैन 0.0096 प्रतिशत व अन्य धर्म के के 0.1274 लोग निवास करते हैं। जबकि 0.0016 फीसद आबादी ऐसी है, जिसकी कोई जाति नहीं है।