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यूपी, एमपी और राजस्थान में चंबल ने मचाई तबाही, बीहड़ की बाढ़ ने तोड़ा 26 साल का रिकार्ड

नई दिल्ली/ आगरा (the live ink desk). उफनती चंबल नदी ने देश के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में तबाही मचा दी है। कई स्थानों पर बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। आगरा के बीहड़ (पिनाहट) में बाढ़ ने 26 साल का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया है। गुरुवार शाम छह बजे यहां चंबल का पानी खतरे के निशान से सात मीटर ऊपर 137 मीटर पर पहुंच गया। चंबल में विभिन्न बांधों से 26.48 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे आज, यानी शुक्रवार को हालात और बिगड़ने की संभावना है। बताते चलें कि इससे पहले चंबल में 1996 में सर्वाधिक जलस्तर 136.6 मीटर रिकार्ड किया गया था।

अब ढाई दशक बाद चंबल के बीहड़ यानी बाह, पिनाहट और जैतपुर के तीन दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की जद में आ गए हैं। 20 गांवों में हालात बेहद खराब हैं। रास्तों पर 10 से 20 फीट तक पानी भरा है। घर डूब गए हैं। चंबल का रौद्र रूप देखकर स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए हैं।

सीडब्ल्यूसी क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक दूसरी तरफ राजस्थान के धौलपुर में गुरुवार शाम चंबल नदी 146.47 मीटर पर बह रही है। यह ऐतिहासिक उच्चतम बाढ़ स्तर ( वर्ष 1996) से 0.93 मीटर ऊपर है। धौलपुर में चंबल नदी के खतरे के निशान के पार करने केबाद हालात पूरी तरह से बेकाबू हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व स्थानीय इकाइयों के साथ-साथ सेना को भी लगाया गया है। बचाव अभियान में सेना पूरी मुस्तैदी के साथ डटी हुई है। मेजर मोहित ढांडा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। गुरुवार शाम तक 200 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका था।

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यही स्थिति मध्यप्रदेश में देखने को मिल रही है। मध्य प्रदेश में चंबल ने 1997 में अपना ही रिकार्ड तोड़ते हुए रिहाइश वाले एक बड़े भूभाग को जलमग्न कर दिया है। मध्य प्रदेश प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है। भिंड में जिला प्रशासन द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ के साथ-साथ अन्य इकाइयों को लगाया गया है। यहां करौली के मंडरायल, करमपुर में नदी पूरे उफान पर है। दर्जनभर गांव टापू बन गए हैं। इनका सड़क मार्ग से संपर्क पूरी तरह से कट गया है।

बताते चलें कि राजस्थान मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते चंबल नदी के गांधी सागर बांध, राणा सागर बांध, जवाहर सागर बांधों में पानी बढ़ने से भारी मात्रा पानी डिस्चार्ज होने से राजस्थान के कोटा बैराज का जलस्तर एकदम से हाई लेवल पर पहुंच गया है। रविवार से लेकर अब तक बैराज के कई गेट खोले जाने से चंबल नदी का जलस्तर उफान पर है।

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