प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रयागराज में स्थापित जेके सीमेंट के प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। उद्घाटन मौके पर सीएम ने कहा, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में लंबी यात्रा तय की है।
बीते सात साल में अनेक सुधार किए गए। प्रदेश का निवेश मित्र पोर्टल देश में सबसे अधिक सेवा देने वाला सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म है। इस दिशा में और भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। सरकारी आवास पर आयोजित वर्चुअल उद्घाटन समारोह में कहा, पहले जेके समूह कानपुर नगर की पहचान था।
यह समूह अविश्वास के तत्कालीन वातावरण के कारण यहां से पलायन की स्थिति में था। भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण विगत चार साल में जेके समूह ने यूपी में 1200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया और तीन सीमेंट प्लांट स्थापित किया।
इनमें वर्ष 2020 में अलीगढ़, 2022 में हमीरपुर और वर्ष 2024 में प्रयागराज में उद्घाटन किया गया। यह निवेश प्रदेश के लिए निवेश मात्र नहीं है। यह अवसर इसलिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि जेके सीमेंट और सिंघानिया परिवार एक बार फिर से इस निवेश के माध्यम से प्रदेश के साथ जुड़ा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह निवेश प्रदेश के सपनों को नये पंख प्रदान कर रहा है। इससे प्रदेश में निवेश और रोजगार के संबंध में राज्य सरकार की नीतियों को नये आयाम प्राप्त प्राप्त होंगे और प्रदेश के हजारों युवाओं के लिए नौकरी व रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उस काल में प्रत्येक तीसरे दिन होता था दंगा
वर्ष 2017 से पूर्व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश 12वें और उससे एक वर्ष पूर्व 14वें स्थान पर था। कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यन्त खराब थी। राज्य में प्रत्येक तीसरे दिन दंगा होता था। व्यापारियों को प्रताड़ित किया जाता था। उन्हें फाइलों के निस्तारण के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे। निवेशक प्रदेश में निवेश करने से कतराते थे।
प्रदेश ने देश के सामने वर्ष 2023 में इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन का उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रदेश में बनाए गए विश्वास के वातावरण के कारण उस समय बहुत सारे निवेशक कह रहे थे कि आप जितना निवेश करने के लिए कहेंगे, वह उतना निवेश करने को तैयार हैं। उस समय एक दिन में राज्य को 34 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे।
यूपी को मिले 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश
अब तक 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी, 2024 में राज्य में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को एक साथ जमीनी धरातल पर उतारा। इससे लाखों युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री ने सीमेंट प्लांट की तीसरी इकाई स्थापित करने के लिए सिंघानिया ग्रुप को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्य में सीमेंट की काफी खपत होती है। यहां से देश के अन्य राज्यों में भी सीमेंट भेजा जा सकता है। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पूर्ण रूप से क्रियाशील होने के बाद यह सम्भावना और आगे बढ़ेगी। आज प्रदेश में रेलवे का सबसे बेहतर नेटवर्क है।
औद्योगिक समहों को दिया जाएगा इंसेंटिव
हाईवे और एक्सप्रेस-वे का नेटवर्क भी इसमें सहायता प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में इंसेंटिव वितरण के कार्यक्रम को भी आयोजित करने जा रही है। इसमें उत्पादन करने वाले औद्योगिक समूहों को सैकड़ों करोड़ रुपये का इंसेंटिव वितरित किया जाएगा। हमें एमओयू मॉनीटरिंग प्लेटफार्म और इंसेंटिव वितरण प्लेटफार्म को और अधिक सरलीकृत करने की आवश्यकता है।
सीएम ने सिंघानिया समूह का आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश में स्थित स्वास्थ्य एवं शिक्षा के केंद्रों का लाभ राज्य के नागरिकों के साथ-साथ बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि पड़ोसी राज्यों के नागरिक भी उठाते हैं। बीएचयू, केजीएमयू जैसे प्रदेश के बड़े चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों पर इसका काफी भार रहता है। जेके समूह कानपुर में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए काम कर रहा है।
विश्वविद्यालय अधिनियम में दी गई स्वतंत्रता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों के अधिनियम में संशोधन के माध्यम से निजी विश्वविद्यालयों को काफी स्वतंत्रता दी गई है। इस फील्ड में विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस को खोलने के लिए भी निवेश आमंत्रित किया जा सकता है। इस दिशा में भी सिंघानिया ग्रुप के लिए आगे आने का अवसर है। उन्होंने सिंघानिया समूह को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार व समूह के मध्य एमओयू के माध्यम से किए गए एग्रीमेंट का अक्षरशः पालन किया जाएगा। इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, संसदीय कार्य तथा औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, वाइस चेयरमैन जेके सीमेंट निधिपति सिंघानिया, मैनेजिंग डायरेक्टर राघवपति सिंघानिया, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ माधवकृष्ण सिंघानिया आदि उपस्थित रहे।