अवध

आठ घंटे की ड्यूटी को 10-12 घंटे कर रहीं सरकारेः डा. कमल उसरी

इफको फूलपुर ठेका मजदूरों ने मनाया मजदूर दिवस, शिकागों के अमर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव व इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. कमल उसरी ने कहा कि अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने 1886 में आत्मबलिदानी संघर्ष के जरिए “आठ घंटे काम का दिन” का आधिकार हासिल करने के लिए पहली बड़ी हड़ताल संगठित की थी। तब, पूंजीपति अपने यहां कार्यरत मजदूरों से 12 से लेकर 16 घंटे तक काम लेते थे। उस ऐतिहासिक हड़ताल का वहां की पूंजीवादी सरकार ने भारी दमन किया। तीन और चार मई को हड़ताली मजदूरों पर गोलियां चलाई गई।

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इफको फूलपुर ठेका मजदूरों द्वारा आयोजित मजदूर दिवस में डा. कमल उसरी ने कहा कि उक्त गोलीकांड में छह मजदूर शहीद हो गए थे और 200 से ज्यादा मजदूर घायल हुए थे। इसके अलावा सात प्रमुख मजदूर नेताओं को गिरफ्तार किया गया। बाद में मजदूर नेता अलवर्ट पार्संस, अगस्त स्पाइस, जार्ज एंजेल और अडाल्फफ फिशर को 11 नवंबर, 1887 को फांसी पर लटका दिया गया। एक मजदूर नेता लुई लिंग ने फांसी पर चढ़ने के बजाए खुद को बम उड़ा लिया। सैमुअल फील्डन व माइकल शाअब को उम्रकैद की सजा दी गई।

डा. कमल उसरी ने कहा कि अब सरकारें पुनः आठ घंटे की ड्यूटी को बढ़ाकर दस से 12 घंटे का कर रही हैं। इफको फूलपुर ठेका मजदूर संघ मंत्री कॉमरेड त्रिलोकी पटेल ने कहा कि आज के हालत 1886 से कम बदतर नहीं है। इन 137 वर्षों में दुनिया के मजदूरों ने अपने ऐतिहासिक संघर्ष और कुर्बानियों के बल पर आठ घंटे की ड्यूटी, न्यूनतम वेतन कानून, सामाजिक सुरक्षा जैसे तमाम श्रम अधिकार हासिल किया था।

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आज की पूंजीपति परस्त सरकारें, उन अधिकारों को खत्म करने पर लगी हैं। भारत में भी 44 श्रम कानूनों को खत्म कर नरेंद्र मोदी सरकार ने चार श्रम कोड में तब्दील कर दिया है। इसके जरिए 8 घंटे की ड्यूटी, न्यूनतम वेतन कानून जैसे तमाम श्रम अधिकारों को खत्म कर पूंजीपतियों को मजदूरों के खुले शोषण की छूट दे दी गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का लगातार निजीकरण किया जा रहा है। मजदूरों के वर्षों के संघर्ष से प्राप्त श्रमिक अधिकारों को ख़त्म कर रही है।

मजदूर दिवस की अध्यक्षता कॉमरेड विजय सिंह (अध्यक्ष, इफको फ़ुलपुर ठेका मजदूर संघ) व संचालन कॉमरेड त्रिलोकी नाथ (मंत्री, इफको फूलपुर ठेका मजदूर संघ) ने किया। इस मौके पर त्रिभुवन नाथ, कोषाध्यक्ष फूलचंद प्रजापति, प्रचार मंत्री जगदीश कुमार, कार्यालय मंत्री राजनाथ सेकेंड, संगठन मंत्री अमर सिंह, उपमंत्री मनोज कुमार, रामचंद्र गौतम, नान्हू दास, राजेश पटेल, श्याम बहादुर, कमल सिंह, वंशीलाल आदि मौजूद रहे।

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