तीन साल से व्यक्तिगत खाते में जमा हो रहा लाभांश, कोटेदार पर गंभीर आरोप
कविता स्वयं सहायता समूह ने झंझरा चौबे की सरकारी दुकान के कोटेदार पर लाभांश नहीं देने का लगाया आरोप
लाभांश मांगने पर कोटेदार व कर्मचारियो ने अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष को बिना बैठक किए कर दिया निष्कासित
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). कविता स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने झंझरा चौबे के कोटेदार पर लाभांश नहीं देने का आरोप लगाया है। आरोपित है कि लंबे समय से लाभांश का पैसा कोटेदार द्वारा व्यक्तिगत खाते में जमा किया जा रहा है। जब समूह की महिलाओं ने लाभांश मांगा तो कोटेदार ने बिना बैठक किए और बताए अध्यक्ष व कोषाध्यक्ष को बाहर कर दिया। इस मामले को लेकर स्वयं सहायता समूह की तरफ से उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है।
जानकारी के मुताबिक कविता स्वयं सहायता समूह की सदस्य सुमन सिंह को झंझरा चौबे की सरकारी राशन की दुकान का आवंटन लगभग तीन वर्ष पूर्व किया गया था। समूह की अध्यक्ष रहीं सुनीता सिंह, कोषाध्यक्ष सुशीला सिंह के साथ सदस्य अंजू सिंह, रमरजिया, राजकली, चंदा व सुनीता सिंह के पति धीरेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान झंझरा चौबे पृथ्वीराज साहू ने बताया कि पिछले तीन साल से समूह के किसी भी सदस्य को लाभांश नहीं दिया जा रहा है।
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आरोपित है कि कमीशन मांगने पर कोटेदार सुमन सिंह व उनके पति ने कर्मचारियों की मिलीभगत से बिना समूह की बैठक किए कविता स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता सिंह, कोषाध्यक्ष सुशीला सिंह को निष्कासित कर दिया और बिना प्रस्ताव बैंक में दूसरे लोगों का नाम जोड़वा दिया। लाभांश की राशि शासनादेश के मुताबिक समूह के खाते में जानी चाहिए, जो व्यक्तिगत खाते में लेकर कोटेदार और कर्मचारियों द्वारा शासनादेश की धज्जिया उडाई गईं।
आरोपित है कि उपरोक्त मामले की शिकायत बीडीओ शंकरगढ, ब्लाक मिशन प्रबंधक शंकरगढ व एसडीएम बारा से की गई। उक्त तीनों अधिकारियों के आदेश के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। दूसरी तरफ कोटेदार सुमन सिंह का कहना है कि समूह के सदस्यों के बैठक में न आने पर कार्यवाही की गई है। लाभांश व्यक्तिगत खाते में ले रही हूं। इस पूरे मामले में उपजिलाधिकारी बारा ने कहा कि बीडीओ शंकरगढ़ को जांच के आदेश मार्च माह में ही दिए गए थे। किसी के साथ गलत नहीं होने पाएगा।