सहकारिता विभाग ने लागू की एकमुश्त समाधान योजनाः 37796 किसानों पर 57.36 करोड़ बकाया
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड, इलाहाबाद के 37796 बकायेदारों से वसूली के लिए ओटीएस योजना की शुरूआत की गई है। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता ने बताया कि इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक के बकायेदारों से ऋण वसूली के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चला रहा है। 37796 बकायेदारों से करोड़ों रूपये की वसूली के लिए एकमुश्त समाधान योजना की शुरूआत की है। यह योजना 30 सितंबर तक लागू रहेगी। किसानों को योजना के तहत कई सहूलियत दी गई है।
सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता अशोक कुमार यादव और इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनीलचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड, इलाहाबाद बैंक के माध्यम से सहकारी समितियों द्वारा कृषकों को ऋण वितरण किया जाता है। बैंक और सहकारी समितियों के 37796 कृषकों पर 57.36 करोड़ बकाया है, इनसे अब ऋण वसूली की जानी है, इसलिए एक मुश्त समाधान योजना शुरू की गई है। यह योजना 30 सितंबर तक लागू रहेगी। बकायेदारों को छूट दी जायेगी।
यह भी पढ़ेंः Lakhimpur Kheri case: कांग्रेसियों ने निकाला कैंडल मार्च, सछास ने फूंका पुतला
उन्होंने बताया कि एक मुश्त समाधान योजना में 31 मार्च, 1997 के पूर्व वितरित फसली ऋणों में कृषक को लाभ दिया जायेगा। वह अवशेष मूलधन जमा कर सकते है। उन्हें कोई ब्याज नहीं देना पड़ेगा। 01 अप्रैल 1997 से 31 मार्च, 2012 के बीच वितरित फसली ऋणों में कृषकों को मूलधन व मूलधन के बराबर ब्याज की धनराशि जमा करना है। इसके बाद अवशेष ब्याज नहीं देना हैं। एक अप्रैल, 2012 से 31 मार्च, 2017 के मध्य वितरित फसली ऋण बकाया है, उस पर ब्याज में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। ओटीएस योजना में किसानों को काफी सहूलियत दी जा रही है। इतना ही नहीं बकायेदारों से ऋण वसूली के लिए बैंक द्वारा टीम गठित कर दी गई है, जो लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रही है। खास-तौर से बकाया ऋण वसूली के लिए व्यापक स्तर पर रणनीति बनाकर कार्य किया जा रहा है।