पूर्वांचल

तंबाकू, बीड़ी-सिगरेट का सेवन मतलब काल से पंगा लेनाः सीएमओ

जागरुकता कार्यक्रम में शामिल हुए जनपद के विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से बुधवार को विकास भवन सभागार में एक जागरुकता कार्यक्रम काआयोजन किया गया, जिसमें जनपद के हाईस्कूल व इंटर कालेजों के प्रधानाचार्य भी शामिल हुए। सीएमओ की अध्यक्षता में आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में डीआईओएस विकायल भारती के साथ शर्माउंट एकेडमी वाराणसी की सचिव संध्या सिंह भी शामिल हुईं।

इस जागरुकता कार्यक्रम के जरिए सभी को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जानकारी दी गई। इसका उद्देश्य समझाया गया। तंबाकू के सेवन से होने वाली हानियों से अवगत कराते हुए इसके अन्य दुष्प्रभावों की जानकारी दी गई। सीएमओ ने तंबाकू से होने वाली मौतों का आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए सभी प्रधानाचार्यों से कहा कि वह अपने-अपने स्कूल-कालेज में भी बच्चों को जागरुक करें।

परिषदीय विद्यालयों में मिल रही गुणवत्तापरक शिक्षा, बदला माहौलः बीईओ
गो हत्या में वांछित चल रहे दो अभियुक्त गिरफ्तार, एक वारंटी भी धराया
माफिया विजय मिश्र के चेले सुरेश केसरवानी का दो मंजिला भवन कुर्क

उन्होंने कहा कि तंबाकू या धूम्रपान का धुआं मानव शरीर की जिस भी कोशिका के संपर्क में आता है, उसे हानि पहुंचाता है, जो आगे चलकर गंभीर बीमारी में परिवर्तित हो जाती है। तंबाकू के सेवन से ब्रोंकाइटिस व इंफीसिया जैसी सांस में तकलीफ की समस्याएं होती हैं। हार्ट व ब्लड प्रेशर से संबंधित रोग तेजी से बढ़ते हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश लखनऊ एवं जिला स्वास्थ्य समिति के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में वाराणसी से आईं संध्या सिंह ने  विश्व में तंबाकू से होने वाली हानियों और सामाजिक व शारीरिक जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों पर विस्तार सेप्रकाश डाला। जागरुकता कार्यक्रम को डीआईओएस विकायल भारती, एडिशनल सीएमओ डाक्टर बीएन सिंह ने भी संबोधित किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button