मोक्ष प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है शिव-शक्ति की उपासनाः शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). सांसारिक मोहमाया से मुक्ति और भगवत कृपा की प्राप्ति ही जीव का मूल कर्तव्य और लक्ष्य है। यदि हम शिव-शक्ति से युक्त उपासना करते हैं तो हमारे ईश्वर तक पहुंचने की राह आसान हो जाती है। यह बातें काशी सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वतीजी महाराज (Narendranand Saraswati) ने कही।
जनपद के हरीपट्टी (मोढ़) निवासी चिकित्सक डा. आरएस मिश्र के यहां पधारे शंकराचार्य (Shankaracharya ) नरेंद्रानंद सरस्वती ने जीवन का लक्ष्य स्पष्ट करते हुए भगवत की प्राप्ति का सहज मार्ग भी सुझाया। शंकराचार्य ने कहा, इंसान का शरीर पंच तत्वों से बना है। यदि हम हम पंचदेव की उपासना – “आदित्यं गणनाथं च देवीं रूद्रं च केशवम्। पंचदैवतमित्युक्तं सर्वकर्मसु पूजयेत्”।। (मंत्रोच्चारण करते हुए), करते हैं तो पंच तत्वों के देवता गणेश, सूर्य, विष्णु, शिव और शक्ति की आराधना हो जाती है।
मंत्र का सविस्तार वर्णन करते हुए शंकराचार्य (Shankaracharya ) नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, शिव की जो शक्ति है, वह जगतजननी मां जगदंबा हैं। इसी तरह शिव की बुद्धि गणेश, शिव का नेत्र भगवान सूर्य और भगवान विष्णु स्वयं हृदय में विराजमान हैं। इसलिए शिवशक्ति से युक्त उपासना करते हैं, तो इसी में पांचों देवताओं की उपासना (पूजा) हो जाती है। पंचदेव उपासना से व्यक्ति के शरीर के पंच तत्व नियंत्रित रहते हैं। शरीर के पंचतत्व नियंत्रित रहने से शांति और सामंजस्य का वातावरण बना रहता है और मनुष्य का चित्त भंग नहीं होता।
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शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती (Narendranand Saraswati) ने कहा, हिंदू धर्म में पंचदेव उपासना अनिवार्य मानी गई है। पंचदेवों की उपासना का संबंध ब्रह्मांड के पंचभूतों के साथ भी है। पंचभूत पृथ्वी, जल, तेज, वायु और आकाश से बनते हैं और पंचभूत के आधिपत्य के कारण से आदित्य (सूर्य), विघ्नहर्ता (गणेश), मां जदगंबा, रूद्र और केशव ये पंचदेव भी पूजनीय हैं। इस मौके पर प्रकाशचंद्र दुबे, लल्ले, रामश्रृंगार द्विवेदी, शिवप्रकाश दुबे, नित्यानंद दुबे, धीरज दुबे, पंकज मिश्र आदि मौजूद रहे।
डीएम, एसपी ने किया जिला कारागार का भ्रमण
भदोही. जिलाधिकारी गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार ने रविवार को जिला कारागार ज्ञानपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बैरकों की तलाशी, परिसर, कार्यालय व मेस आदि की साफ सफाई का जायजा लिया गया।
जिलाधिकारी गौरांग राठी व एसपी डा. अनिल कुमार ने संयुक्त रुप से भारी पुलिस बल के साथ जिला कारागार ज्ञानपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बैरक, मेस, जेल परिसर आदि की सघन चेकिंग की गई। कोई आपत्तिजनक तथ्य प्रकाश में नहीं आया। तत्पश्चात कैदियों की समस्याओं/सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली गई। जेल के अंदर कोई भी प्रतिबंधित सामग्री न जाने पाए। इसके अलावा साफ-सफाई आदि के संबंध में कारागार कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।