डा. योगेश दुबे के कार्यों को राष्ट्रपति से मिली सराहना
राष्ट्रीय दिव्यांगजन और राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं सुरियावां निवासी डा. योगेश दुबे
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). युवाओं, दिव्यांगों और पिछड़ों के उत्थान के लिए सदैव प्रयासरत डा. योगेश दुबे के कार्यों की सराहना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की है। राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता, राष्ट्रीय दिव्यांगजन पुरस्कार विजेता और उत्तर भारतीय महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. योगेश दुबे जनपद के सुरियावां, कुसौड़ा के रहने वाले हैं।
महाराष्ट्र यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डा. योगेश दुबे के द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यों को सराहा और भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
इस दौरान डा. योगेश दुबे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर युवाओं, दिव्यांगों और पिछड़ों के उत्थान की दिशा में किए जा रहे सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक कार्यों की जानकारी दी। राष्ट्रपति ने कहा कि आप इसी तरह देश और समाज को मजबूत करने की दिशा में काम करते रहिए।
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डा. योगेश दुबे ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू ने पिछले दिनों संविधान दिवस के अवसर पर अपील की थी कि देश के जेलों में बंद छोटे अपराध करने वाले आदिवासियों को मुक्त कराने की दिशा में काम होना चाहिए। बहुत से ऐसे कैदी हैं जो जेलों में सजा पूरी होने के बावजूद जुर्माना अदा न करने के कारण रिहा नहीं हो पा रहे हैं।
इस दिशा में भी डा. योगेश दुबे ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में याचिका दाखिल की और उनकी याचिका पर आयोग ने गृह सचिव, भारत सरकार और जेल महानिदेशक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। डा. योगेश ने उन्हें बताया कि वह लगातार इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं। उनका यह प्रयास जारी रहेगा।
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