आठ मीटर पीछे छूटा लाल निशान, गंगा की बाढ़ से प्रभावित गांवों में करवाई जा रही फागिंग
स्वास्थ्य विभाग ने आधा दर्जन टीमों को किया तैनात, पशुओं का टीकाकरण भी जारी
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). गंगा में आई बाढ़ अब काफी पीछे लौट चुकी है। जलस्तर खतरे के निशान से तकरीबन आठ मीटर दूर चला गया है। प्रभावित गांवों में फैली गंदगी के मद्देनजर साफ-सफाई और फागिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा भी मवेशियों का टीकाकरण कर राहत पहुंचाई जा रही है। जनपद में गंगा का जलस्तर घटकर 73.49 मीटर पर पहुंच गया है। यहां खतरे का निशान 81.20 मीटर पर और चेतावनी का निशान 80.20 मीटर पर है। अब लगभग डेढ़ सेमी प्रतिघंटे की स्पीड से पानी नीचे खिसक रहा है।
जिला सूचना अधिकारी डा. पंकज कुमार ने बताया कि बाढ़ का पानी अब काफी पीछे लौट चुका है। बाढ़ के उपरांत उत्पन्न होने वाली समस्याओं के निदान के लिए प्रयास तेज कर दिया गया है। जिन गांवों में बाढ़ का पानी घुसा था, वहां पर साफ-सफाई का कार्य तेजी से करवाया जा रहा है। मलबे का निस्तारण करवाने के साथ-साथ फागिंग करवाई जा रही है, ताकि मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से ग्रामीणों को दूर रखा जा सके।
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में आधा दर्जन टीमें लगी गई हैं, जो लोगों के सेहत की जांच करने के साथ-साथ आवश्यक दवाएं भी प्रदान कर रही हैं। इस दौरान 5619 ओआरएस का पैकेट एवं 12960 क्लोरीन की गोलियां बांटी जा चुकी हैं। कुओं को विसंक्रमित करवाया जा रहा है।
इसी क्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की अगुवाई में पशुओं में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए अनवरत प्रयास जारी है। टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 1675 मवेशियों का टीकाकरण करवाया जा चुका है। डीआईओ ने बताया कि जनपद में अभी भी बाढ़ कंट्रोल रूम एक्टिव है। जहां पर आने वाली समस्याओं का निस्तारण निरंतर किया जा रहा है। इसकी समीक्षा जिलाधिकारी और एडीएम (फाइनेंस) के द्वारा की जा रही है। डीआईओ ने बताया कि बाढ़ के दौरान 4050 लोगों में लंच पैकेट एवं 75 राशन किट का वितरण किया गया। इसी तरह बाढ़ से प्रभावित 380 महिलाओं को डिग्निटी किट प्रदान की गई।