ताज़ा खबरसंसार

ढाकाः पत्रकार का घर फूंका, अवामी लीग का दफ्तर और पूर्व मंत्री का घर भी जला

The live ink desk.  बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हिंसा की उग्रता ने सिर्फ इमारतें ही नहीं जलाईं, बल्कि डेली स्टार के फोटो पत्रकार प्रवीर दास की पूरी मेहनत और यादें भी राख बन गईं। दफ्तर और लिफ्ट के पास खड़े प्रवीर फूट-फूट कर रोते नजर आए, क्योंकि उनके लिए यह केवल पेशा नहीं, बल्कि जीने का सहारा था।

घटना की रात डेली स्टार का पूरा दफ्तर आग की चपेट में आ गया। कैमरे, लेंस और हार्ड ड्राइव में रखी उनकी सारी तस्वीरें जलकर नष्ट हो गईं। प्रवीर ने बताया कि उनके ड्रॉअर और उपकरणों की कीमत लगभग 25–30 लाख रुपये थी। “सालों की मेहनत एक ही रात में खत्म हो गई,” उन्होंने कहा।

दफ्तर में मौजूद अन्य पत्रकार भी सदमे में थे। आग ने चार से छह मंजिल तक का क्षेत्र जला दिया और कोई भी ड्रॉअर सुरक्षित नहीं बचा। पत्रकार जाइमा इस्लाम ने आग लगने के समय सोशल मीडिया पर फंसे होने की जानकारी साझा की थी।

ढाका में उग्र भीड़ ने छात्रों के संगठन इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी की मौत के बाद स्थिति को भड़का दिया। गुरुवार रात सड़कों पर उतरी भीड़ ने पहले प्रथोम आलो और फिर डेली स्टार के दफ्तरों पर हमला किया, उपकरण तोड़े और अंततः आग लगा दी। दमकल की टीम ने पूरी रात आग बुझाने का काम किया।

सुबह पत्रकार और फोटो जर्नलिस्ट जले हुए दफ्तर पहुंचे और अपने कार्यस्थल की स्थिति देखकर भावुक हो गए। दोनों समाचार पत्रों का मुद्रित संस्करण शुक्रवार को प्रकाशित नहीं हो सका और ऑनलाइन सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद रहीं।

इस बीच बांग्लादेश सरकार ने दोनों समाचार पत्रों के प्रति समर्थन और मदद का भरोसा दिया। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने संपादकों से संपर्क कर संवेदना व्यक्त की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

अवामी लीग दफ्तर और बंदरबान में पूर्व मंत्री का घर हुआ खाक

बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव हिंसा में बदल गया। राजशाही शहर में अवामी लीग के महानगर दफ्तर को उग्रपंथियों ने ध्वस्त कर दिया, जबकि पहाड़ी जिला बंदरबान में पूर्व मंत्री बीर बहादुर उशैसिंह के घर में आग लगाई गई। इन घटनाओं में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

हिंसा इंकलाब मंच के आयोजक शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद भड़की। उग्र भीड़ ने राजशाही में विश्वविद्यालय, मदरसा और राजनीतिक समूहों के साथ मिलकर दफ्तर पर हमला किया। बंदरबान में भी प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मंत्री के घर में तोड़फोड़ कर आग लगाई। सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। लगातार हो रही ये घटनाएं बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता पर नई चुनौतियां पेश कर रही हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button