प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियानः अब महीने में चार दिन चलेगा अभियान
सीएमओ और जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने जारी किया आदेश, अब प्रत्येक माह की एक और 16 को भी चलेगा अभियान
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जनपद में अधिक से अधिक महिला व शिशु को लाभांवित कराने के उद्देश्य से चलाए जा रहे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (Safe Motherhood Campaign) का विस्तार किया गया है। हर माह की 9 और 24 तारीख को चलने वाला यह अभियान अब एक और 16 तारीख को भी चलेगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक रोली श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक अभियान के दौरान 1300 महिलाओं को लाभांवित करने का लक्ष्य रखा जाता रहा है लेकिन एक दिवस में 700 से 1800 महिलाओं को ही लाभांवित हो पाती थीं। महीने में चार बार आयोजन होने से अब अधिकाधिक महिलाएं लाभांवित हो सकेंगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं के चिन्हांकन करने के साथ ही साथ महिलाओं को जांच और इलाज में प्राथमिकता देने का काम करेगी। इसके पूर्व में पीएमएसएमए दिवस हर महीने की नौ और 24 तारीख को मनाया जाता रहा है। अब इस अभियान को विस्तार किया गया और एक और 16 तारीख को भी आयोजन करने का फैसला लिया गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर संतोष कुमार चक ने बताया कि अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चलाया जाता है। अभियान के दौरान प्रसव पूर्व जांच एवं अन्य सुविधाएं गर्भवती महिलाओं को एक से अधिक बार उपलब्ध कराया जाता है। सामान्य जांच के दौरान हाई रिस्क प्रेगनेंसी होने वाली महिलाओं को चिन्हित कर उनको आवश्यक डॉक्टरी सलाह दी जाती है। विभिन्न कारणों से जोखिम गर्भावस्था, मातृशिशु की मृत्यु का कारण बनती है। प्रसव पूर्व छोटी-बड़ी कई कमियों का सामने नहीं आ पाना इसकी प्रमुख वजह है।
सीएमओ ने बताया कि गर्भवती को महिलाओं को चिन्हित कर उच्च रक्तचाप, गंभीर रक्ताल्पता, मधुमेह, दिल की बीमारी, क्षयरोग, मलेरिया आदि की स्थिति में जोखिम बना रहता है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को प्रसव पूर्व ही चिन्हित कर उपचार करना होगा। इससे कि प्रसव के दौरान खतरनाक स्थिति न बने। प्रसव पूर्व जांच में ऐसी महिलाओं को चिन्हित कर सरकारी अस्पतालों में उनका उपचार किया जाएगा।