72238 किसानों के खाते डीबीटी के योग्य नहीं, 23882 किसानों की भूमि का विवरण भी डेटाबेस में नहीं
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 14वीं किश्त भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। Kisan Samman Nidhi की यह किश्त उन्ही किसानों को मिलेगी, जिनके खाते और दस्तावेज पूरी तरह से वेरीफाइड होंगे। जनपद में कुल 294795 किसान ऐसे हैं, जिनके खाते की ईकेवाईसी (EKYC) नहीं हुई है। उप कृषि निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि जिन-जिन किसानों ने अपने खाते का ईकेवाईसी (EKYC) नहीं करवाया है, वह अपने नजीकी कामन सर्विस सेंटर जाकर यह प्रक्रिया पूरी करवाएं।
इसके अलावा जिनके खातों की एनपीसीआई पर सीडिंग नहीं है और खाते डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के लिए इनेबल नहीं है, ऐसे किसानों की संख्या 72238 है। उप कृषि निदेशक के मुताबिक ऐसी समस्या उनक किसानों के साथ भी है, जिनके एक से अधिक खाते हैं या फिर संयुक्त खाते हैं। कहीं-कहीं आईएफएससी (IFSC) कोड मैच न करने के कारण भी यह समस्या हो रही है।
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किसान सम्मान निधि चाहिए तो यह तीन काम हर हाल में करवा लें |
किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) का लाभ न पाने वाले किसानों की अगली समस्या लैंड सीडिंग की है। प्रयागराज जनपद में EKYC वाले 23882 किसान ऐसे भी हैं, जिनकी जमीन या भूमि का विवरण उनके पीएम डेटाबेस में नहीं है। अर्थात इन किसानों को EKYC करवाने के साथ-साथ अपनी भूमि का विवरण भी दर्ज करवाना होगा। प्रयागराज जनपद की सदर तहसील में 510 किसान, बारा तहसील क्षेत्र में 6416 किसान, हंडिया में 1781, करछना में 3073 किसानों का भूमि संबंधी आंकड़ा डेटाबेस में नहीं है।
इसी तरह कोरांव के 954 किसान, मेजा के 5335, फूलपुर में 3616, सोरांव तहसील में 2197 किसानों का भूमि संबंधी डेटा (खतौनी) नहीं है। इसके लिए किसान भाई गांव में लगने वाले या लग रहे कैंपों की मदद ले सकते हैं या फिर राजस्व विभाग के कर्मचारी लेखपाल को इसकी जानकारी देकर दस्तावेज उपलब्ध कराएं। प्रत्येक विकास खंड में स्थित राजकीय कृषि बीज भंडार पर भी अपने खतौनी की प्रति व आधार कार्ड की छायाप्रति देकर लैंड सीडिंग करवा सकते हैं।
उप कृषि निदेशक नेबताया कि जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए कुल 175000 किसानों का नया पंजीकरण किया गया है। इसमें से 100000 किसानों का अप्रूवल हो चुका है, जबकि अवशेष किसानों का अप्रूवल किसी न किसी स्तर पर लंबित है। ऐसे मामलों वाले किसान पीएम किसान जीओआई एप (PM Kisan GOI App) के माध्यम से स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं या फिर कामन सर्विस सेंटर की मदद ले सकते हैं। उप कृषि निदेशक विनोद कुमार ने बताया कि किसान सम्मान निधि पाने के लिए यह अंतिम अवसर है। सभी किसान भाई 31 जुलाई, 2023 से पहले अपना खाता हर तरह से दुरुस्त करवा लें।