भारत

सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ फिर खोला भ्रष्टाचार का मामला

नई दिल्ली (the live ink desk). आरजेडी (RJD)अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने रेलवे की परियोजनाओं (Railway Project) में गलत तरीके से आवंटन, भ्रष्टाचार का मामला फिर से खोल दिया है। केंद्रीय एजेंसी के इस कदम से बिहार (Bihar) की राजनीति में सरगर्मियां तेज हो सकती हैं। खासतौर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लालू प्रसाद के पाले में जाने के बाद यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बता दें कि कांग्रेस की अगुवाई में यूपीए वन की सरकार में लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। उस दौरान लालू प्रसाद यादव ने रेलवे के प्रोजेक्ट का अलॉटमेंट किया था, जिसे गलत तरीके से किया गया था और इसी को लेकर लालू प्रसाद यादव के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। इस मामले की जांच सीबीआई ने साल 2018 में शुरू की थी। यह जांच मई 2021 में बंद कर दी गई थी। उस समय सीबीआई ने कहा था कि आरोपों के आधार पर कोई मामला नहीं बनता।

Also Read: ताइवान के समुद्री क्षेत्र में घुसे चीनी सेना के 43 लड़ाकू विमान

Also Read: बर्फीले तूफान ने अमेरिका और कनाडा में मचाई तबाही, 38 की मौत

मालूम हो कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव के अलावा उनके बेटे तेजस्वी यादव, जो बिहार के डिप्टी सीएम हैं और उनकी बेटियां चंदा यादव और रागिनी यादव को भी इस मामले में एक्यूज्ड बनाया गया है। सीबीआई ने इस केस को नीतीश कुमार के पाला बदलने के कुछ महीनों के बाद ही खोल दिया है। फिलहाल नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन कर लिया है।

इन सबके बीच आरजेडी केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल का आरोप लगाती रही है। फिलहाल रेलवे प्रोजेक्ट के आवंटन के मामले में लालू प्रसाद यादव के ऊपर आरोप है कि उसने दक्षिणी दिल्ली में डीएलएफ ग्रुप द्वारा प्रॉपर्टी घूस के तौर पर ली थी। यह प्रॉपर्टी डीएलएफ ग्रुप द्वारा दी गई थी। यह रिश्वत मुंबई के बांद्रा में रेल लैंड लीज प्रोजेक्ट और नई दिल्ली में स्टेशन की मरम्मत के तौर पर दिए जाने का आरोप है।

इस प्रॉपर्टी को डीएलएफ की ओर से फंड की गई शेल कंपनी ने बाजार भाव से काफी कम दाम पर खरीदा था। इसके बाद इस शेल कंपनी को तेजस्वी यादव की ओर से खरीदे जाने का आरोप है। इसमें यादव परिवार के कुछ और सदस्य शामिल थे। इस डील के जरिए ही दक्षिणी दिल्ली में स्थित बंगले का मालिकाना हक लालू प्रसाद यादव के पास चला गया। कुल मिलाकर सीबीआई ने यह केस ऐसे समय पर खोला है, जब लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में अपना किडनी ट्रांसप्लांट सिंगापुर में कराई है और वह रिकवर कर रहे हैं। फिलहाल बिहार की राजनीति में भूचाल आना तय है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button