बच्चे की चाह में गोपी की दी गई थी बलिः हत्यारन सौतेली मां, तांत्रिक समेत चार गिरफ्तार
अमेठी (the live ink desk). जामो थाना क्षेत्र रेसी गांव में हुई चार वर्षीय मासूम गोपी उर्फ सत्येंद्र की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। जामो पुलिस ने मृतक गोपी की हत्यारोपी सौतेली मां, तांत्रिक समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह प्रकरण 12 जून को पुलिस के समक्ष आया था। पुलिस ने तहकीकात शुरू की तो धीरे-धीरे एक-एक परत खुलने लगी और पुलिस कातिलों तक पहुंच गई।
जामो के रेसी निवासी जीतेंद्र प्रजापति पुत्र जगन्नाथ प्रजापति ने तहरीर देकर बताया था कि उनका चारवर्षीय बेटा गोपी उर्फ सत्येंद्र 11 जून से लापता है। पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो अगले दिन गांव के ही तालाबा किनारे गोपी का शव पाया गया। शव की स्थिति बहुत ही खराब थी। शव मिलने के पुलिस ने धारा 302 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की।
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जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने मंगरू प्रजापति पुत्र स्व. दायराम यादव (निवासी ग्राम नाथूपुर, मुसाफिर खाना, अमेठी), तांत्रिक दयाराम यादव पुत्र स्व. रामसमुझ यादव (निवासी ग्राम सरैया, पूरे बिसैनी, कुड़वार, सुल्तानपुर), प्रेमा देवी पत्नी मंगरू प्रजापति (नाथूपुर, मुसाफिरखाना, अमेठी) और मृतक की सौतेली मां रेनू पत्नी जीतेंद्र प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल के पास स्थित झाड़ियों से आलाकत्ल गमछा, नींबू, जायफल आदि तंत्र-मंत्र का सामान भी बरामद किया।
पूछताछ में मंगरू और प्रेमा देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी रेनू का विवाह रेसी निवासी जीतेंद्र प्रजापति के साथ किया था। जीतेंद्र का पहले विवाह हुआ था, लेकिन उसकी पत्नी छोड़कर चली गई थी। पहली पत्नी से जीतेंद्र को एक चार साल का बेटा गोपी था। इधर, विवाह के बाद रेनू को बच्चा नहीं हो रहा था। इस पर रेनू के माता-पिता मंगरू और प्रेमा ने तंत्रमंत्र का सहारा लिया तो तांत्रिक दयाराम ने बलि देने की बात बताई और इसके लिए रेनू ने अपने ही सौतेले बेटे गोपी उर्फ सत्येंद्र की बलि देने की योजना बनाई।
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आंख, गले पर कपूर रख लगाई आगः अपने बच्चे और संपत्ति की चाह में बलि देने के लिए 11 जून का प्रोग्राम रेनू ने ही बनाया। तय योजना के अनुसार सौतेली मां रेनू, तांत्रिक दयाराम ग्राम रेसी में एक पीपल के पेड़ के नीचे एकत्र हुए और तंत्रमंत्र करते हुए गोपी को पहले अगरबत्ती से जलाया गया। इस पर गोपी शोर मचाने लगा तो आरोपियों ने उक्त आरोपियों ने गमछे से गला कसकर हत्या कर दी। इस दौरानदयाराम तंत्रमंत्र की क्रियाएं करता रहा। मौत की पुष्टि होने पर प्रेमा और रेनू ने दोनों आंख, कान, गला, कंधा और दाहिने हाथ की गोहनी, ठुड्डी और हाथ की उंगली पर कपूर रखकर उसे जला दिया।
घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामदः बाद में शव को एक गड्ढे में छिपा दिया। पुलिस ने पहले से दर्ज धारा 302 की एफआईआर में धारा 201, 34 का इजाफा किया है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है। पूछताछ के बाद सभी आरोपियों का चालान भेज दिया गया है। इस मामले का खुलासा और गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक विवेक सिंह, एसआई संजीव यादव, एचसीपी शीतलाप्रसाद, ऋषिराज सिंह, भूपेंद्र सिंह, अनुज गुप्ता, नीलम यादव,अनामिका त्रिवेदी शामिल रहीं।