ताज़ा खबरभारत

नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर फहराया तिरंगा, कहा- यह देश महापुरुषों का ऋणी

The live ink desk. 78वां स्वतंत्रता दिवस देशभर में उल्लास के साथ मनाया गया। लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं दफा तिरंगा फहराया। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज गार्ड्स द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई। वायुसेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर्स ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्पवर्षा की।

अपने संबोधन में पीएम ने कहा, आजादी के दीवानों ने हमें स्वतंत्र हवा में सांस लेने का सौभाग्य दिया है। यह देश उन महापुरुषों का ऋणी है। आजादी के लिए देश पर मर मिटने वालों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया। आजीवन संघर्ष किया। हंसते-हंसते फांसी के तख्त पर चढ़कर भारत माता का जयकारा लगाया। यह मौका उन सभी को याद करने का है।

मोदी ने कहा, 78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। भारत अपने स्वतंत्रता के 100वें साल (2047) तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने कहा कि आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए और राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी लगन से पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं। चाहे वह किसान हो, जवान हो, नौजवानों हों, हमारी माताएं-बहनें हों, उन सभी को मैं नमन करता हूं।

हमारे पूर्वजों का एक ही सपना था आजादी

नरेंद्र मोदी ने का, आजादी के पहले के वो दिन याद करें, जब सैकड़ों साल की गुलामी रही। सभी ने गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी। इतिहास गवाह है, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले आदिवासी क्षेत्रों में आजादी की जंग लड़ी गई। गुलामी एक लंबे काल तक थी। जुल्मी शासन, यातना और मानवीय विश्वास को तोड़ने की नीयत के खिलाफ 40 करोड़ देशवासियों ने जज्बा दिखाया, एक सपना लेकर चले, एक संकल्प लेकर चलते रहे। बस एक ही स्वर था वंदेमातरम। एक ही सपना था भारत की आजादी।

धर्म निरपेक्ष नागरिक संहिता समय की मांग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, समान नागरिक संहिता को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने बार-बार चर्चा की है। कई बार आदेश दिए हैं। देश का एक बड़ा वर्ग मानता है और यह सच है कि जिस नागरिक संहिता के साथ हम रह रहे हैं, वह वास्तव में एक तरह से सांप्रदायिक नागरिक संहिता है। मैं कहूंगा कि समय की मांग है कि देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो, तभी हम धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो सकेंगे।

बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ, चिंताजनक है

नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक पड़ोसी देश के तौर पर बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उससे जुड़ी चिंताओं को समझ सकता हूं। मुझे उम्मीद है कि वहां स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगी। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता वहां के हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश समृद्धि और शांति के मार्ग पर चलें, हम शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले दिनों में हम बांग्लादेश की ‘विकास यात्रा’ के लिए शुभकामनाएं देते रहेंगे।

पीएम बोले- हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट

प्रधानमंत्री ने कहा हमने गरीबों, वंचितों, युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया। हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है। हमने राजनीतिक मजबूरी के कारण यह नहीं किया। ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया। ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं।

काम होता है तो बढ़ता है भरोसा: प्रधानमंत्री

पीएम ने कहा जब लालकिले से कहा जाता है कि हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और काम समय से होता है। तो ये भरोसा बढ़ जाता है। जब स्वच्छ भारत की बात की जाए तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छता का वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं ये भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है।

विकसित भारत को देशभर से मिले सुझाव

नरेंद्र मोदी ने कहा विकसित भारत के लिए करोड़ों नागरिकों ने सुझाव दिए।  विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है। उन्होंने कहा युवा, बुजुर्ग, ग्रामीण, शहरवासी, दलित, आदिवासी हर किसी ने, 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा, तो उसके लिए अनमोल सुझाव दिए हैं।

प्रत्येक क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता जरूरी

कुछ लोगों ने कहा- दुनिया की स्किल कैपिटल बनाएं। किसी ने मैन्युफैक्चरिंग और यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया। भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है। हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए। बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का भी स्पेस स्टेशन बनना चाहिए। हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए। भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए।

2047 तक पूरा करेंगे विकसित भारत का संकल्प

उन्होंने कहा, हमें गर्व है कि हमारी रगों में उनका ही खून है। हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे। उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था। 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, एक दिशा निर्धारित कर लें, कदम से कदम मिलाकर चल पड़ें तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्व भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ लोग आजाद भारत बना सकते हैं, तो 140 करोड़ उसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं।

अपने देश में ही मिले गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवा को विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई न करनी पड़े, इसके लिए उनकी सरकार अगले पांच वर्षों में 75 हजार नई मेडिकल सीटें तैयार करेगी।अगले पांच वर्षों में भारत के मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें सृजित की जाएंगी। युवा कौशल विकास पर भारत सरकार विशेष ध्यान दे रही है। उन्हें आश्चर्य होता कि भारतीय युवा मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए कैसे-कैसे देशों में जाते हैं। भारत सरकार चाहती है कि युवाओं को भारत में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।

महिलाओं अत्याचार पर व्यक्त की चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्रचीर से महिलाओं के साथ अत्याचार की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और कहा कि ऐसे पाप करने वाले अपराधियों में डर पैदा करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आपराधियों को मिलने वाली कठोर सजाओं को भी व्यापक कवरेज देनी चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के भव्य समारोह के लिए 6,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button