भदोही (संजय मिश्र). जिले के दक्षिणी छोर पर कल-कल बहती पतितपावनी मां गंगा के धनतुलसी-डेंगुरपुर घाट (Dengurpur Dhantulsi Ghat) पर पक्का पुल कोई भी बनवाए, यहां की जनता को अपने उस पुल से मतलब है, जिसके सहारे उनकी दुश्वारियां कम हो सकें। कोनिया (धनतुलसी-डेंगुरपुर घाट) क्षेत्र में गंगा नदी पर पक्के पुल की मांग दो दशक पुरानी है। तब से सरकारें आई और गईं। नेताओं के आश्वासन मिलते रहे। पत्राचार चलता रहा और जनता को पीपे का पुल थमाकर काम चलाया जाता रहा।
धनतुलसी-डेंगुरपुर घाट (Dengurpur Dhantulsi Ghat) पर पक्का पुल न होने का दंश झेल रहे कोनिया वासियों के इस दर्द में theliveink.com (द लाइव इंक) भी सहभागी बना। लोगों की समस्या से संबंधित समाचार प्रकाशन के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) के एक्सईएन ने दो लाइन में अपनी आख्या दी है। एक्सईएन संजीव राव के द्वारा प्रेषित आख्या में लिखा है कि- “सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायत, डेंगुरपुर घाट पर पक्का पुल निर्माण के संबंध में आख्या। इस संबंध में अवगत कराना है कि प्रकरण सेतु निगम विभाग से संबंधित है। प्रकरण लोक निर्माण विभाग, भदोही से संबंधित नहीं है।”
आखिर कब तक तरसेगा भदोही: प्रयागराज में चार पुल और भदोही को एक भी नहीं! |
Dengurpur-Dhantulsi Ghat: दो दशक से अपने पक्के पुल के इंतजार में कोनिया के लोग |
यहां, PWD के एक्सईएन की भी बात 100 टका सही है, क्योंकि पक्के पुल निर्माण की जिम्मेदारी तो सेतु निगम की है। पर, आम पब्लिक को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पुल कौन बनाएगा। लोक निर्माण विभाग की उक्त आख्या के बाद कोनिया के निवासियों का कहना है कि हमें मांग कहां करनी है, कहां से हमारी सालों पुरानी मांग पूरी होंगी, कैसे पक्के पुल का निर्माण होगा? इस सवाल का जवाब आखिर कौन देगा? यहां, जरूरत एक अदद पक्के पुल की है। जो दो दशक बाद भी पूरी नहीं हो पाई है। पुल का निर्माण किसी भी संस्था से करवाया जाए, यहां के लोगों के लिए पुल बनना चाहिए।
इसका दिशा निर्देश माननीय जिलाधिकारी महोदय माननीय विधायक जी माननीय सांसद महोदय माननीय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि दें जिससे आम जनमानस अपनी मांग को रख सके। गंगा की धारा से तीन तरफ घिरे कोनिया में यदि पक्का पुल बन जाता है तो भदोही की जनता का व्यापारिक संबंध सीधे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड से हो जाएगा, जबकि अभी तक लोगों को प्रयागराज, मिर्जापुर या फिर बनारस का रुख करना पड़ता है। इसके अलावा भदोही जनपद का प्रमुख धार्मिक केंद्र सीता समाहित स्थल भी प्रयाग और विंध्याचल धाम से जुड़ जाएगा।
गौरतलब है कि भदोही जिले की सबसे आखिरी सीमा पर आबाद कोनिया की जनता धनतुलसी-डेंगुरपुर पक्के पुल की मांग को लेकर मुखर है। पिछले दिनों समाचार पत्र एवं डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म समाचार प्रकाशित होने के बाद स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग के मंत्री सहित ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, सांसद रमेश बिंद समेत जिले के आलाधिकारियों को टैग कर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।