भदोही (संजय सिंह). जनपद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा खत्म होने के उपरांत इंडी गठबंधन के सहयोगी दल टीएमएसी से प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां (भदोही में) आए और मन की बात करके चले गए। कायदे से उन्हे भदोही के लिए किए गए दस वर्ष के कार्यों का लेखाजोखा भी रखना चाहिए था। पर, उन्होंने काम की एक भी बात नहीं की, जबकि भदोही की जनता इंतजार में बैठी थी।
ललितेशपति त्रिपाठई ने कहा, टीएमसी बाहरी तो बीजेपी केरल में चुनाव क्यों लड़ रही है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद गुजरात छोड़कर काशी से क्यों लड़े। प्रधानमंत्री के बयानों का हवाला देते हुए त्रिपाठी ने कहा, मैं प्रधानमंत्री को भारत का संविधान पढ़ने की सलाह देता हूं, जिसमें भारत के किसी भी नागरिक को, देश के किसी भी हिस्से में रहने, अपने धर्म का पालन करने और चुनाव लड़ने का अधिकार है।
इसी अधिकार के तहत पीएम मोदी भी गुजरात से चलकर बनारस आए और चुनाव लड़े। रही बात जनाधार की, तो केरल में भी भाजपा का कोई जनाधार नहीं है, तो फिर बीजेपी वहां से चुनाव क्यों लड़ती है? कश्मीर से 370 हटने के बावजूद घाटी में बीजेपी एक भी उम्मीदवार नहीं उतार पाई।
टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) को हिंदू विरोधी बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैं यही कहना चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा को ममता बनर्जी की सरकार ने ही संयुक्त राष्ट्र से विश्व धरोहर का दर्जा दिलाने का काम किया। बंगाल पर इतना कहने वाले प्रधानमंत्री को मणिपुर की घटनाओं पर जवाब देना चाहिए।
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