The live ink desk. थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडेय के सेवानिवृत्त होने के उपरांत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने देश के सेना प्रमुख का कार्यभार संभाल लिया। रविवार को उपेंद्र द्विवेदी देश के 30वें सेना प्रमुख बने। उपेंद्र द्विवेदी ने ऐसे समय में सीओएएस (COAS) का पदभार संभाला है, जब वैश्विक भू-रणनीतिक वातावरण गतिशील बना हुआ है, साथ ही तकनीकी प्रगति और आधुनिक युद्ध के लगातार बदलते स्वरूप के कारण सुरक्षा क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी 15 फरवरी, 2024 को उप सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे। इससे पहले एक फरवरी, 2022 को सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनाए गए थे। उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी सैनिक स्कूल रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के छात्र रहे हैं। उन्हें 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में नियुक्त किया गया था।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी को सुरक्षा क्षेत्र में आधुनिक और उभरती प्रौद्योगिकियों की गहरी समझ है और परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए सैन्य प्रणालियों में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग और एकीकरण करने का एक विचारशील दृष्टिकोण है। यह दृष्टि भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता के माध्यम से अपने आधुनिकीकरण और क्षमता विकास की जरूरतों को पूरा करने के चल रहे प्रयास के अनुरूप है। वह सेना में विश्वास की संस्कृति को बढ़ावा देने और जूनियर अधिकारियों के सशक्तिकरण पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
रविवार को नई दिल्ली में सेना की तरफसे आयोजित कार्यक्रम में जनरल मनोज पांडेय को भावभीनी विदाई दी गई। गार्ड आफ आनर देकर उनका सम्मान किया गया और पूरे सम्मान के साथ विदाई देते हुए सुखद जीवन की कामना की गई।
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