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रूसी सेना के training center पर फायरिंग में 11 की मौत, हथियारबंद दो हमलावरों ने की फायरिंग

नई दिल्ली (the live ink desk). यूक्रेन की सीमा (Ukraine border) पर स्थित रूसी सेना के अभ्यास मैदान (training center) में दो हथियारबंद हमलावरों (armed attackers) ने फायरिंग (firing) की है, जिसमें 11 रूसी सैनिकों (Russian soldiers) की मौत हुई है। यह ट्रेनिंग ग्राउंड यूक्रेन की सीमा के पास स्थित बेलगोरोड ग्राउंड (Belgorod Ground) पर हो रही थी। एक सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार हथियारों की ट्रेनिंग के दौरान दो लोगों ने अभ्यास कर रहे समूह पर गोलीबारी शुरू कर दी।

रूसी रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) ने कहा है कि हमला करने वाले लोग पूर्व सोवियत संघ के ही किसी देश के नागरिक थे। फिलहाल उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। जवाबी फायरिंग में सुरक्षाबलों के जवानों ने दोनों हमलावरों को मार गिराया। इस हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। एक सरकारी समाचार एजेंसी को रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि विशेष सैन्य अभियान के तहत यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल होने के लिए हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। इसी दौरान दो लोगों ने हमला कर दिया, हमलावरों को आतंकवादी बताया जा रहा है।

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रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) ने कहा है कि इस गोलीबारी में 11 लोग मारे गए हैं और 15 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। मालूम हो कि कुछ महीने पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तीन लाख ऐसे लोगों को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा था, जो पहले सेना में नौकरी कर चुके हों या फिर उनके पास सेना की ट्रेनिंग हो। इस आदेश के जारी होने के बाद रूस के कई इलाकों में गहमागहमी देखने को मिली है। कुछ जगह विरोध प्रदर्शन भी हुए। कई शहरों में रूसी नागरिक देश छोड़कर दूसरे देश भागने लगे।

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अक्टूबर की शुरुआत में ही रूस के रक्षा मंत्री सर गई शोएब ने बताया था कि दो लाख से अधिक लोग इस अभियान में जुड़ना चाहते हैं। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी के सलाहकार ने एक इंटरव्यू में कहा कि हमलावर मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान के थे और धर्म के लिए हुई किसी बहस के दौरान उन्होंने गोली चलाई। उल्लेखनीय है कि ताजिकिस्तान एक मुसलमान बहुल देश है। जबकि रूस के आधे से अधिक लोग अलग-अलग परंपराओं और मान्यताओं के साथ ईसाई धर्म मानते हैं।

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दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने से अब तक करीब 65000 रूसी मारे गए हैं। हालांकि यह आंकड़ा रूस के आधिकारिक आंकड़े से 10 गुना से भी ज्यादा है। रूस के सरकारी आंकड़ों के अनुसार यह आंकड़ा 5935 है। वहीं बीते महीने अगस्त में अमेरिका ने दावा किया था कि रूस के 70 से 75000 सैनिकों को नुकसान पहुंचा है। इनमें मरने और घायल होने वाले सैनिक भी शामिल हैं।

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