संसार

Brazil election: जैर बोलसोनारो ने चुनाव परिणाम को दी चुनौती

नई दिल्ली (the live ink desk). दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव (Brazil election) में मौजूदा राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो की हार हुई है और लूला डिसिल्वा ब्राजील के नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। इस चुनाव के कुछ हफ्तों बाद ही ब्राजील में राजनीतिक अनिश्चितताओं का दौर शुरू होता हुआ दिखाई पड़ रहा है। इन चुनावी नतीजों को ब्राजील के मौजूदा राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो ने चुनौती दी है।

उन्होंने कहा है कि करीब तीन लाख वोटिंग मशीनों में डाले गए मतों को अवैध घोषित करना चाहिए। फिलहाल उन्होंने चुनाव के संबंध में धांधली के किसी भी प्रकार के तथ्य पेश नहीं किए हैं।

मालूम हो कि इस चुनाव में उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी और ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति लूला डिसिल्वा की जीत हुई है। लूला डिसिल्वा को आम चुनाव में 50.9% वोट मिले हैं। पूर्व राष्ट्रपति की यह जीत काफी चौंकाने वाली और अप्रत्याशित मानी जा रही है, क्योंकि आखिरी समय तक दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। मौजूदा राष्ट्रपति जोर बोलसोनारो को 49.1 पर्सेंट वोट मिला है।

यह भी पढ़ेंः तिहाड़ जेल में बाहर का खाना खाते हुए मंत्री सत्येंद्र जैन का वीडियो वायरल

यह भी पढ़ेंः लोकतांत्रिक महोत्सव में मशगूल हिमालय राष्ट्र, सर्द मौसम में नेपाल का सियासी पारा गर्म

फिलहाल चुनावी नतीजे आने के बाद ब्राजील के अलग-अलग राज्यों और प्रमुख सड़क मार्ग पर मौजूदा राष्ट्रपति जोर बोलसोनारो के समर्थकों के द्वारा चक्का जाम होने के साथ हिंसा और आगजनी की खबरें और तस्वीर सामने आई थीं। मौजूदा राष्ट्रपति बोलसोनारो ने सार्वजनिक रूप से अपनी हार भी स्वीकार नहीं की थी। हालांकि बोलसोनारो के चीफ आफ स्टाफ ने कहा था कि सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू होगी।

इसके बाद ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने एक बयान जारी कर कहा है कि बोलसोनारो ने सत्ता हस्तांतरण को मंजूरी देकर चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है, लेकिन चुनावी नतीजे के 3 हफ्ते बाद बोलसोनारो ने चुनावी नतीजे को आधिकारिक रूप से चुनौती दी है। इसी सिलसिले में ब्राजील के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लूला डिसिल्वा ने कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी चुनावी नतीजों को चुनौती देकर लोकतंत्र का अपमान कर रही है और मजाक उड़ा रही है।

उल्लेखनीय है कि ब्राजील में तीन हफ्ते पहले ही आम चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। आम चुनाव में जोर बोलसोनारो की स्थिति मजबूत थी, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति लुला डिसिल्वा ने उन्हें कांटे की टक्कर में मात दे दी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button