भगवान करें यह दृश्य भविष्य में न देखना पड़ेः 238 people died in Balasore train accident
The live ink desk. शुक्रवार की शाम Balasore (ओडिशा) जिले के बाहानागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हुए भीषण train accident के बाद से लगातार राहत-बचाव कार्य जारी है। पूरे देश में सोशल मीडिया पर भी यही समाचार सुर्खियों में है। राहत -बचाव कार्य में जितना सहयोग और योगदान सरकारी मशीनरी कर रही है, उससे कहीं ज्यादा स्थानीय लोगों व विभिन्न संगठनों के द्वारा भी किया जा रहा है।
हादसे के बाद से घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाए जाने का सिलसिला जारी है। घायलों के इलाज के लिए देर रात से ही स्थानीय लोग रक्तदान के लिए आसपास के अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। वैसे तो भगवान से यही प्रार्थना है कि बालासोर में (घटनास्थल पर) बीतीरात से अब तक जो भी दृश्य सामने आए हैं, वह कभी भी देखने को न मिलें, लेकिन इन सबके बीच एक दृश्य जो सकारात्मकता प्रदान कर रहा है, वह है निस्वार्थ भाव से अस्पताल में रक्तदान करने वालों की भीड़।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना के बाद से ही स्थानीय अस्पतालों में रक्तदान करने वालों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। रक्तदान करने वालों में सिर्फ एक ही भाव है कि उनका रक्त किसी घायल के काम आ जाए। किसी की जिंदगी बच जाए। किसी का परिवार उजड़ने से बच जाए। इस भीड़ में न तो किसी को धर्म, जाति की परवाह है और न ही कोई स्वार्थ। मन में अगर कोई भाव है तो वह निस्वार्थ भाव से जनसेवा ही है।
तो दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत अन्य संगठनों ने मोर्चा संभाल लिया है। कोई संगठन घटनास्थल पर मदद कर रहा है तो कोई राहत बचाव सामग्री लोगों तक पहुंचा रहा है तो कोई घायलों को अस्पताल पहंचाने और उसकी तीमारी में लगा दिख रहा है। रक्तदान, भोजन, पानी सहित अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाने अभाविप कार्यकर्ता सेवा कार्य में जुटे हुए हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंगः दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस रेल दुर्घटना के बाद के हालातों की समीक्षा के लिए एक समीक्षा बैठक बुलाई है। केंद्रीय रेल राज्यमंत्री राव साहेब पाटिल दानवे ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता घायलों का इलाज करवाना है। यह हादसा किस कारण से हुआ, इसकी जांच केलिए हाईवे लेवल कमेटी का गठन किया गया है। ओडिशा के प्रमुख सचिव प्रदीप जेना के मुताबिक इस हादसे में असमय काल कवलित होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 238 हो गया है। मौके पर राहत-बचाव कार्य अभी भी जारी है।
नवीन पटनायक ने जताया स्थानीय लोगों का आभारः एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही सवा घंटे के भीतर हमारी रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई थी। एनडीआरएफ की नौ टीमों को मौके पर लगाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस हादसे पर मीडिया को दिए बयान में कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। मैं स्थानीय लोगों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने रातभर जागकर लोगों को बचाया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।