ब्लाइंड मर्डर का खुलासाः 200 फुटेज खंगालने पर सामने आया लव स्टोरी का खौफनाक अंत
लालानगर टोल प्लाजा के पास मिला था नाबालिग का जला हुआ शव, दो युवकों से प्रेम करती थी किशोरी
तथाकथित हत्यारा प्रेमी बनारस से गिरफ्तार, साक्ष्य मिटाने की नीयत से जला दिया था युवती का शरीर
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). भदोही पुलिस ने किशोरी की हत्या के एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसका कोई ओर-छोर नहीं था। किशोरी बनारस की रहने वाली थी। आपरेशन त्रिनेत्र के तहत पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तब जाकर किशोरी की शिनाख्त और उसके हत्यारे तक पुलिस पहुंच पाई। क्राइम ब्रांच व गोपीगंज पुलिस की तारीफ की जानी चाहिए। दो सितंबर को हुई इस सनसनीखेज घटना का महज 11 दिन के अंदर खुलासा कर दिया गया।
ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए एसपी डा. मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि दो सितंबर, 2023 को ग्रामसभा लालानगर (गोपीगंज) के ग्राम प्रधान राकेश कुमार यादव ने लालानगर टोलप्लाजा से ज्ञानपुर की तरफ जाने वाली सड़क के किनारे किशोरी का शव मिलने की जानकारी दी थी। शव का ऊपरी हिस्सा पूरीतरह सेजला हुआ था। चेहरा जल जाने के कारण उसकी शिनाख्त भी नहीं हो पा रही थी। मामले में धारा-302, 201 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एएसपी राजेश भारती की अगुवाई में गोपीगंज के साथ-साथ क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया। जांच के दौरान किशोरी के शव के मिलने वाले स्थान से लेकर घटनास्थल (महामनापुरी कालोनी, वाराणसी) तक 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। तमाम तरह केसाक्ष्यों की कड़ी जोड़ने के बाद इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले सिरफिरे आशिक उपेंद्र श्रीवास्तव पुत्र राममोहन श्रीवास्तव (निवासी कंचनपुर गेट, भिखारीपुर, मंडुआडीह, वाराणसी) को हनुमान मंदिर वाराणसी कैंट स्टेशन के सामने से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में उपेंद्र ने बताया कि वह एक कंपनी में बतौर सेल्समैन कार्यरत है। एक साल पहले उसका संपर्क उस किशोरी (जिसका शव बरामद हुआ था) से हुआ था। नजदीकियां बढ़ने पर उपेंद्र ने महामनापुरी कालोनी, वाराणसी में किराए का कमरा ले लिया। जहां पर दोनों दिन में साथ-साथ रहते थे और शाम को घर चले जाते थे। उपेंद्र ने बताया कि इसी दौरान उसे यह मालूम हुआ कि किशोरी का प्रेम संबंध उसके पड़ोस के एक अन्य लड़के से भी है। इस पर उपेंद्र ने किशोरी को पड़ोसी लड़के संबंध तोड़ने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं मानी।
इसके बाद उसने एक सितंबर को किशोरी को बुलाया और पूर्वाह्न दस बजे उसे लेकर अपने किराए वाले कमरे पर पहुंचा। दिनभर साथ रहने के बाद शाम छह बजे लौटते समय फिर उसने दूसरे लड़के से संबंध खत्म करने की बात कही, लेकिन प्रेमिका ने इंकार कर दिया। इस पर आवेश में आकर उपेंद्र ने अपनी प्रेमिका का सिर दीवार से लड़ा दिया और उसी समय गला दबाकर हत्या कर दी।
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शव लेकर बनारस से भदोही पहुंच गया हत्याराः इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए बाजार से लोहे का बाक्स, रस्सी व प्लास्टिक की पाइप खरीद लाया और शव को बाक्स में रखकर बाइक पर बांधा और ठिकाने लगाने के लिए निकल पड़ा। वाराणसी से निकलने के बाद वह प्रयागराज जाने वाले नेशनल हाईवे (जीटी रोड) पर कई स्थानों पर रुका, लेकिन मौका नहीं मिलने पर आगे बढ़ता रहा और अंत में लालानगर टोल प्लाजा (गोपीगंज) से चकवा महाबीर रोड पर आ गया, लेकिन यहां पुलिस पिकेट देख वापस लौटा और शव को टोल प्लाजा के पास झाड़ी में शव को फेंक दिया और शिनाख्त मिटाने के लिए बाइक से पेट्रोल निकालकर शव को आग लगा दी।
डीआईजी और कप्तान ने दिया 50 हजार का इनामः पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद करली है। एसपी ने बताया कि डीआईजी विंध्याचल द्वारा 25,000 और मेरे द्वारा पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। इस मामले का खुलासा करने वाली टीम में एसओजी प्रभारी मोहम्मद शाबान, एचसीपी इमरान खान, नरेंद्रसिंह, तुफैल अहमद, गोपीगंज प्रभारी निरीक्षक सदानंद सिंह, एचसीपी अवधनाथ राय, अनिरूद्ध वैश्वार, हैदर अली, हरिकेश यादव, संजय जायसवाल, विपिन जायसवाल, सेराफुल सर्विलांस टीम से भी पुलिस कर्मी शामिल रहे।