लखनऊ के लिए भी सुपरफास्ट ट्रेन की डिमांड, पिछले महाकुंभ के मद्देनजर की जा रही तैयारी
मंडलीय रेल प्रबंधक ने उत्तर प्रदेश सरकार से औपचारिक प्रस्ताव भेजे जाने का किया अनुरोध
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) के निमित्त की जा रही तैयारियों को लेकर एक बैठक हुई। गुरुवार को हुई जिला और रेलवे प्रशासन की संयुक्त बैठक में पुराने महाकुंभ में आई भीड़ को ध्यान में रखते हुए आगे की तैयारियों पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान लखनऊ के लिए सुपरफास्ट ट्रेन और मिर्जापुर (विंध्याचल धाम), वाराणसी (काशी विश्वनाथ धाम), प्रयागराज (संगमनगरी) और रामघाट, मंदाकिनी नदी और श्रीराम के वनवास स्थल के रूप में प्रसिद्ध चित्रकूट के लिए विशेष ट्रेन की डिमांड की गई।
डीआरएम कार्यालय में Mahakumbh 2025 की तैयारियों को लेकर हुई बैठक की अध्यक्षता DRM हिमांशु बदोनी ने की। जिला प्रशासन की तरफ से कमिश्नर विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री शामिल हुए, जबकि मेलाधिकारी विजय किरन आनंद वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शामिल हुए।
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इस बैठक में जनपद के विभिन्न लेवल क्रासिंग पर बनाए जा रहे पुल, रेलवे स्टेशनों के इर्द-गिर्द चौड़ीकरण, रेलवे परिसर के विकास कार्य व अन्य कार्यों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। पिछले कुंभ में आई भीड़ को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि इस बार 15 से 20 प्रतिशत ज्यादा श्रद्धालुओं के आगमन की अपेक्षा की जा रही है।
इसी क्रम में जिला प्रशासन ने रेलवे प्रशासन से प्रयागराज से लखनऊ तक सुपरफास्ट ट्रेन और प्रयागराज को पर्यटन के सर्किट से जोड़ने के दृष्टिगत मिर्ज़ापुर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट को जोड़ते हुए एक विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध किया है। इस पर डीआरएम (DRM) ने प्रदेश सरकार से एक औपचारिक प्रस्ताव भेजने का अनुरोध किया है।
इसके अतिरिक्त प्रयागराज में आने वाले उमरे, उपूरे एवं उरे के परिसरों में जिला प्रशासन ने स्वच्छ भारत मिशन से सुंदर कम्युनिटी टायलेट विकसित करने का भी प्रस्ताव दिया है, जिससे श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में आसानी हो सके। इन शौचालयों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के पश्चात भी इन्हें क्रियाशील रखने में कोई परेशानी न हो, साथ ही जिला प्रशासन रेलवे अधिकारियों से समन्वय बनाते हुए पर्याप्त संख्या में होल्डिंग एरिया एवं पार्किंग का चिन्हांकन कर विकसित करने, विभिन्न स्टेशनों से मेला तक शटल बस चलाने, एनएमसीजी, पर्यटन विभाग और स्वच्छ भारत मिशन के संयुक्त तत्वावधान में पेंट माई सिटी अभियान पर चर्चा की गई।
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राज्य सेतु निगम एवं रेलवे द्वारा विभिन्न लेवल क्रासिंग पर बनाए जा रहे पुल, रेलवे स्टेशन की एप्रोच रोड के चौडीकरण, नवाब यूसुफ रोड के चौडीकरण, नैनी स्टेशन प्लेटफार्म-4 के संपर्क मार्ग के चौड़ीकरण, सूबेदारगंज स्टेशन के एप्रोच मार्ग के चौड़ीकरण, नैनी रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म-1 की ओर के मार्ग को छह मीटर से बढाकर 10 मीटर करने पर भी चर्चा की गई।
महाकुंभ मेले के दृष्टिगत विभिन्न रेलवे स्टेशनों एवं आस-पास में किस तरह के कार्य होने चाहिए, इस संबंध में रेलवे द्वारा एक गैप एनालसिस भी तैयार किया गया है, जिस पर जिला प्रशासन, रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य कर रहा है। संयुक्त रूप से कार्यों का चिन्हांकन होने के बाद सौंदर्यीकरण एवं चौड़ीकरण के अन्य कार्य भी किए जाएंगे।